✈️ देश के इतिहास की सबसे बड़ी विमान दुर्घटना, और उसमें बचा एकमात्र मुसाफिर। Viswashkumar Ramesh की आंखों देखी दास्तान रुला देगी।
विषय सूची (Table of Contents):
हादसे की भयावह शुरुआत
Viswashkumar Ramesh की चौंकाने वाली आपबीती
कितने मरे? कितने घायल? आंकड़े और तथ्य
पीएम मोदी का इमोशनल दौरा
गॉसिप और विवाद: क्या यह टेक्निकल फेलियर था?
लोगों की राय: सोशल मीडिया पर ग़म और ग़ुस्सा
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
भविष्य की चुनौती: जवाबदेही और सुधार
हादसे की भयावह शुरुआत
12 जून 2025 की दोपहर Air India Dreamliner फ्लाइट AI-178 ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी। पर उड़ान के एक मिनट बाद ही, विमान ने अपना संतुलन खोया और सीधे BJ मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल से टकरा गया।
हादसे में 241 लोगों की मौत हुई — जिनमें 230 यात्री और 11 क्रू सदस्य शामिल थे। विस्फोट इतना भयानक था कि आग की लपटें आसमान तक पहुंचीं और हॉस्टल में मौजूद कई छात्र जलकर मर गए।

Viswashkumar Ramesh की आंखों देखी कहानी
40 वर्षीय ब्रिटिश-इंडियन Viswashkumar Ramesh, सीट नंबर 11A पर बैठे थे – इमरजेंसी डोर के पास। उन्होंने बताया:
“पता नहीं कैसे बच गया… ऐसा लगा जैसे अब मर ही जाऊंगा। लेकिन आंख खुली तो जिंदा था। सीट बेल्ट खोली और निकल आया।”
उन्होंने कहा कि दो एयर होस्टेस, और पास में बैठे “अंकल-आंटी” उनके सामने ही दम तोड़ते दिखे। हादसे के वक्त उन्हें लगा कि विमान हवा में अटक गया है, फिर हरा और सफेद लाइट्स जलने लगीं और अचानक ज़ोरदार धमाका हुआ।
“मैं ग्राउंड फ्लोर की तरफ गिरा था, वहीं से निकल पाया। हॉस्टल की दीवार उधर थी, शायद कोई और वहां से नहीं बच पाया।”
उनकी बांह जल गई है और फिलहाल वे अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं।

कितने मरे? कितने घायल? – आंकड़े और सच्चाई
विवरण | संख्या |
---|---|
कुल यात्री | 230 |
क्रू मेंबर | 11 |
कुल मृतक (अब तक) | 241 |
भारतीय यात्री | 169 |
ब्रिटिश नागरिक | 53 |
पुर्तगाली | 7 |
कनाडाई | 1 |
मेडिकल हॉस्टल में मौतें | कम से कम 7 |
घायल मेडिकल छात्र | 60+ |
Amit Shah ने कहा कि मृतकों की सही संख्या DNA टेस्ट के बाद तय की जाएगी क्योंकि शव बुरी तरह जले हुए हैं।
पीएम मोदी का भावुक दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो खुद गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, ने कहा:
“यह हादसा शब्दों से परे है। बेहद हृदयविदारक। मैंने घायलों से मुलाकात की है, हर संभव सहायता दी जाएगी।”
वे आज सुबह अहमदाबाद पहुंचे, क्रैश साइट का दौरा किया, और अस्पताल जाकर Viswashkumar Ramesh और अन्य घायलों से बात की।
गॉसिप और विवाद: क्या पायलट की गलती थी?
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर चर्चा है कि:
टेक-ऑफ के बाद विमान का hydraulic system फेल हो गया।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि पायलट ने distress signal नहीं भेजा, जो जांच का विषय बन सकता है।
एयर इंडिया प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं कि जिन Dreamliner विमानों की मेंटेनेंस रिपोर्ट संदिग्ध थी, उन्हें उड़ान की अनुमति क्यों दी गई?
लोगों की राय: सोशल मीडिया पर मातम और गुस्सा
ट्विटर पर #AirIndiaCrash और #JusticeForStudents ट्रेंड कर रहा है।
BJ मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने बताया कि हॉस्टल की बिल्डिंग स्ट्रक्चर कमजोर थी, पहले से शिकायतें की गई थीं।
एक छात्रा ने NDTV को बताया:
“हमने हादसे से पहले ज़ोर की आवाज़ सुनी, फिर सब कुछ जलने लगा। हमारे पास भागने का रास्ता ही नहीं था।”
एक्सपर्ट्स की राय
विमानन विशेषज्ञ कैप्टन समीर दलाल कहते हैं:
“टेकऑफ के ठीक बाद क्रैश आमतौर पर या तो तकनीकी फेलियर या पायलट error का नतीजा होता है। इंजन टेस्टिंग और ATC रेकॉर्ड्स से तस्वीर साफ होगी।”

अब क्या? जवाबदेही और सुधार की जरूरत
DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने जांच शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार ने ₹15 लाख मुआवज़े की घोषणा की है।
लेकिन सवाल यह भी है:
क्या हर हादसे के बाद मुआवज़ा देना ही पर्याप्त है? या पहले से सुधार की ज़रूरत है?