अनुक्रमणिका (Table of Contents)
Air India Crash हादसे का दिल दहला देने वाला दृश्य
विश्वास कुमार – मलबे से जिंदा निकले इकलौते शख्स
भाई की मौत और परिवार का टूटा सपना
ब्रिटिश यात्रियों की लंबी सूची – सगाई से लेकर अंतिम संस्कार तक
पीएम मोदी का अस्पताल दौरा
जांच कमेटी का गठन – SOP में बदलाव की तैयारी
चश्मदीदों और विशेषज्ञों की राय
हाई कमीशन और वीज़ा संबंधी पूछताछ
कंट्रोवर्सी और अफवाहें – तकनीकी खामी या लापरवाही?
निष्कर्ष और आगे की उम्मीदें
Air India Crash हादसे का दिल दहला देने वाला दृश्य
गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद एयर इंडिया की फ्लाइट AI-297 क्रैश हो गई। हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिसे भारत का दसक का सबसे बड़ा एविएशन हादसा कहा जा रहा है।
विश्वास कुमार – मलबे से जिंदा निकले इकलौते शख्स
ब्रिटेन के लीसेस्टर निवासी विश्वास कुमार रमेश इस हादसे के एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति हैं। घायल हालत में उनका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया – जिसमें वे मलबे से लंगड़ाते हुए निकलते दिखे।
“मैं 11A सीट पर था, जबकि मेरा भाई 11J पर। प्लेन का दरवाज़ा टूट गया था, तभी मुझे लगा – अब या कभी नहीं। मैं कूद गया,” – विश्वास कुमार
भाई की मौत और परिवार का टूटा सपना
विश्वास के भाई अजय कुमार रमेश की उसी हादसे में मौत हो गई। उनका छोटा भाई नयन कुमार भावुक होकर कहता है – “दोनों भाई छुट्टियां मना कर घर लौट रहे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था।”
परिवार की स्थिति –
स्थान | प्रतिक्रिया |
---|---|
लीसेस्टर | मां रो-रोकर बेसुध, पिता सदमे में |
रिश्तेदार | “विश्वास बच गया, पर अजय की कमी कभी पूरी नहीं होगी” |

ब्रिटिश यात्रियों की लंबी सूची – सगाई से लेकर अंतिम संस्कार तक
हार्दिक अवैया (27) और विभूति पटेल (28) – सगाई करके लौट रहे थे
अर्जुन पटोलिया – पत्नी की अस्थियाँ नर्मदा में विसर्जित करने आए थे
रक्षा मोढा (55) – पति के अंतिम संस्कार के बाद UK लौट रही थीं
अकील ननबावा और परिवार – पत्नी व चार साल के बेटे संग सभी की मौत
ब्रिटेन की 51 नागरिकों की मौजूदगी ने इस हादसे को अंतरराष्ट्रीय मानवीय संकट बना दिया है।
पीएम मोदी का अस्पताल दौरा
हादसे के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास कुमार से अस्पताल में मुलाकात की। उन्होंने उनके साहस की सराहना की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
“सरकार मृतकों के परिवारों के साथ है, और सच्चाई सामने लाने के लिए हर जरूरी कदम उठाया जाएगा।” – पीएम मोदी
जांच कमेटी का गठन – SOP में बदलाव की तैयारी
नागरिक विमानन मंत्रालय ने एक उच्चस्तरीय जांच समिति बनाई है जिसकी रिपोर्ट 3 महीने में आने की उम्मीद है।
📝 कमेटी की प्रमुख जिम्मेदारियां:
पहलू | विवरण |
---|---|
SOP की समीक्षा | वर्तमान दिशा-निर्देशों की जांच व सुधार सुझाव |
तकनीकी कारण | मैकेनिकल फेलियर, मौसम, मानव त्रुटि की पड़ताल |
आपातकालीन प्रतिक्रिया | केंद्र और राज्य स्तर पर समन्वय की जांच |
अंतरराष्ट्रीय सहयोग | विदेशी नागरिकों और निर्माता से सहयोग की संभावना |
ब्लैक बॉक्स, FDR, CVR जाँच | उड़ान डेटा और पायलट वार्ता की समीक्षा |
कमेटी में गृह सचिव, DGCA, IAF, IB, गुजरात सरकार, पुलिस और फॉरेंसिक विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
चश्मदीदों और विशेषज्ञों की राय
एक प्रत्यक्षदर्शी स्टाफ ने बताया – “प्लेन ज़मीन से टकराने के बाद तेज़ धमाका हुआ, फिर आग लग गई, लोग चीखते रहे।”
एविएशन एक्सपर्ट कपिल सरीन ने कहा –
“प्लेन के इंजन में टेकऑफ के समय अचानक पावर फेलियर के संकेत मिले हैं। संभावित कारण – मेंटनेंस में लापरवाही या इंस्ट्रूमेंट फॉल्ट।”
हाई कमीशन और वीज़ा संबंधी पूछताछ
लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन में मृतकों के परिजनों से वीज़ा, शव पहचान और ट्रांसपोर्ट को लेकर भारी पूछताछ हो रही है। अधिकारी बोले – “हम हर प्रभावित परिवार की मदद कर रहे हैं।”

कंट्रोवर्सी और अफवाहें – तकनीकी खामी या लापरवाही?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट ने उड़ान से पहले इंजन में असामान्य ध्वनि की शिकायत की थी, लेकिन उसे “सामान्य” बताकर उड़ान को अनुमति दे दी गई।
इसने सुरक्षा प्रोटोकॉल और DGCA की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आगे की उम्मीदें
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता और संवेदनशील मानवीय त्रासदी का प्रतीक है। विश्वास कुमार की जीवित वापसी किसी चमत्कार से कम नहीं, लेकिन कई परिवारों के लिए यह दिन जिंदगी की सबसे काली रात बन गया।
अब सबकी निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं – क्या कोई सज़ा होगी? क्या SOP बदले जाएंगे? और क्या भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सकेगा?