Table of Contents
Air India: हादसे की पृष्ठभूमि
मोनाली-सनी पटेल की अंतिम यात्रा
परिवार का दर्द और गवाही
सैयद परिवार की ईद की खुशी, मातम में बदली
पायलट का अंतिम संदेश – “Mayday! Mayday!”
क्या कहती हैं रिपोर्ट्स और CCTV फुटेज
गॉसिप और विवाद: क्या फ्लाइट में तकनीकी गड़बड़ी थी?
लोगों की राय और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
एक्सपर्ट की राय: फ्लाइट टेक-ऑफ क्यों फेल हुआ?
निष्कर्ष – एक दर्दनाक सबक
Air India: हादसे की पृष्ठभूमि
12 जून 2025 को Air India की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेडिकल कॉलेज कॉम्प्लेक्स पर क्रैश हो गई। इस हादसे में 242 में से 241 लोग मारे गए, जिनमें बड़ी संख्या NRI यात्रियों की थी।
मोनाली-सनी पटेल की अंतिम यात्रा
मोनाली और सनी पटेल ने पहले 6 जून की टिकट बुक की थी, लेकिन पारिवारिक कारणों से उन्होंने अपनी वापसी 12 जून तक टाल दी। वे गुजरात के ‘NRI सिटी’ आनंद से थे, जो अहमदाबाद से करीब 76 किमी दूर है।
उनके रिश्तेदार जिग्नेश पटेल ने बताया कि मोनाली स्वास्थ्य कारणों से भारत आई थीं और सनी उनके साथ थे। “वे हमेशा हमारे बच्चों से जुड़े रहते थे… मोनाली ने जाते वक्त गले लगाकर आशीर्वाद दिया, कहा – जल्दी लौटेंगे,” जिग्नेश भावुक होकर बोले।
परिवार का दर्द और गवाही
मोनाली के माता-पिता, मुकेश और जयश्री पटेल, लंदन से हादसे के बाद भारत पहुंचे। उन्हें शुरू में बताया गया कि दोनों ICU में हैं। मुकेश ने DNA सैंपल देकर शव की पहचान के लिए इंतजार शुरू किया।
पीड़ित का नाम | मूल स्थान | स्थिति |
---|---|---|
मोनाली पटेल | आनंद, गुजरात | मृत |
सनी पटेल | आनंद, गुजरात | मृत |
जावेद अली सैयद | मलाड, मुंबई | मृत |
मरीयम सैयद | मलाड, मुंबई | मृत |
ज़ैन (4) | UK | मृत |
अमानी (6) | UK | मृत |

सैयद परिवार की ईद की खुशी, मातम में बदली
जावेद अली सैयद, जो लंदन में होटल मैनेजर थे, ईद और बीमार मां से मिलने भारत आए थे। उन्होंने पत्नी मरीयम और दो बच्चों के साथ अहमदाबाद से फ्लाइट ली क्योंकि मुंबई से डायरेक्ट टिकट नहीं मिला। दुर्भाग्यवश, वही फ्लाइट उनकी आखिरी यात्रा बन गई।
पायलट का अंतिम संदेश – “Thrust not achieved… Mayday!”
क्रैश से ठीक पहले Air Traffic Control (ATC) को फ्लाइट AI171 से आखिरी संदेश मिला –
“Thrust not achieved… falling… Mayday! Mayday! Mayday!”
यह संदेश आते ही संपर्क टूट गया। ATC और ग्राउंड स्टाफ ने तुरंत इमरजेंसी एक्टिवेट किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
क्या कहती हैं रिपोर्ट्स और CCTV फुटेज
टेक-ऑफ रनवे लगभग 3.5 किमी का था, जबकि सामान्यतः 2.5–3 किमी ही पर्याप्त होता है। इससे संकेत मिलता है कि शायद एयरक्राफ्ट को टेक-ऑफ के लिए पूरा थ्रस्ट नहीं मिला।
CCTV और रडार फुटेज में:
कोई इंजन फेल्योर नहीं दिखा
पिच और फ्लैप सामान्य रहे
मौसम और विजिबिलिटी स्पष्ट थी
कोई चेतावनी नहीं दी गई थी
गॉसिप और विवाद: क्या फ्लाइट में तकनीकी गड़बड़ी थी?
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि Boeing 787 Dreamliner के पुराने इंजनों में पहले भी कुछ रिपोर्टेड इश्यू थे। हालांकि Air India और DGCA ने अब तक कोई तकनीकी कारण घोषित नहीं किया है। अब सबकी नजरें ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग पर हैं।
लोगों की राय और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
गुजरात के लोग गुस्से में हैं, खासकर आनंद के निवासी जो अपनों को खो चुके हैं।
ट्विटर पर #AI171Crash ट्रेंड कर रहा है।
कई लोगों ने पूछा – “क्यों नहीं था बैकअप इंजन?”
एक यूज़र ने लिखा – “अगर 6 जून वाली फ्लाइट ली होती, आज सब जिंदा होते…”

एक्सपर्ट की राय: फ्लाइट टेक-ऑफ क्यों फेल हुआ?
विमानन विशेषज्ञ कैप्टन रवि खन्ना कहते हैं:
“इस तरह का टेक-ऑफ फेल्योर बहुत रेयर होता है। अगर थ्रस्ट न मिले और पायलट समय रहते डिसइंगेज न कर पाए, तो रनवे से निकलते ही प्लेन नीचे जा सकता है।”
एक दर्दनाक सबक
NRI परिवारों के लिए यह हादसा एक कड़वी सच्चाई बनकर उभरा – “सही वक्त पर लिया गया एक फैसला, कभी-कभी पूरी जिंदगी बदल देता है।”
Air India और सरकार पर प्रेसर है कि इस हादसे की पूरी जांच हो और भविष्य में ऐसे किसी हादसे को रोका जाए।