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“Ashneer Grover का 30 करोड़ का आलीशान घर: 10 करोड़ की डाइनिंग टेबल पर Farah Khan का खुलासा, Shark Tank Star ने कंट्रोवर्सी और कमाई पर भी तोड़ी चुप्पी”

📋 सामग्री सूची

  1. Ashneer Grover का हैरान कर देने वाला खुलासा

  2. “10 करोड़ की डाइनिंग टेबल” की असली कहानी

  3. घर का टूर: कमरा-किचन-बार सब कुछ

  4. भारतपे विवाद और मानसिक लड़ाई

  5. टीवी-शो और इन्फ्लुएंसर के जरिए कमाई

  6. जनता क्या कह रही है? सोशल मीडिया पर रिएक्शन

  7. एक्सपर्ट की राय

  8. निष्कर्ष: क्या सच में इतना बड़ा हो गया है ये फैशन?

  9. कॉल टू एक्शन

Ashneer Grover का हैरान कर देने वाला खुलासा

अभी कुछ ही दिन पहले, फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फ़राह ख़ान अपने यूट्यूब चैनल पर आए, और Ashneer Grover और उनकी पत्नी माधुरी के मुंबई स्थित घर का टूर किया। शुरुआत होते ही एक सवाल था जिसे हर कोई जानना चाहता था — क्या सचमुच ये ‘₹10 करोड़ वाली डाइनिंग टेबल’ है?

यह खुलासा लोगों की सोच बदलने वाला था क्योंकि मीडिया में ये खबर फैल चुकी थी कि अशनीर ने एक टेबल पर ₹10 करोड़ खर्च कर दिए।

“10 करोड़ की डाइनिंग टेबल” की असली कहानी

विषयमीडिया में जो कहा गयाAshneer Grover ने क्या कहा
Dining Table कीमत₹10 करोड़ की डाइनिंग टेबल की खबर मीडिया में फैली थी।Ashneer Grover ने बताया कि टेबल की कीमत इतनी नहीं है। ये सिर्फ अफवाह है जिसमें लोगों ने “₹150K” (लगभग $2000-3000) या “USD 150K” को गलत तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। 
मीडिया का व्यवहारकुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने इसे बड़ा करके पेश किया, जैसे-100% सही आंकड़े बताये नहीं गए।Ashneer Grover ने ट्वीट किया कि ये टेबल “₹10 करोड़” की नहीं है और ये घोषणा “प्रेस की अफवाह” है। 
 
Ashneer Grover

घर का टूर: कमरा-किचन-बार सब कुछ

फ़राह ख़ान ने टूर में दिखाया:

  • लिविंग रूम: विशाल, आधुनिक डिज़ाइन, quirky पेंटिंग्स, फैमिली पोर्ट्रेट्स। 

  • किचन: सफेद और लकड़ी के मिलेजुले रंगों में, साफ-सुथरा, organizado, और अशनीर ने बताया कि उन्हें OCD की आदत है, अगर चीजें स्थान से हटी हों तो बेचैनी होती है। 

  • बार कॉर्नर: एक छोटा सा बार, लेकिन उसमें अशनीर के पिता की फोटो, और बताया कि शराब-शराब नहीं बल्कि चाय-चाय होना पसंद है। मज़ाक-मजाक में। 

  • फैमिली रूम और बेडरूम: हर कमरे की डिज़ाइन अलग-अलग, बच्चों के कमरे spacious, उनके और माधुरी का कमरा स्वाद के हिसाब से classy।

भारतपे विवाद और मानसिक लड़ाई

Ashneer Grover का विवाद भारतपे के समय से ही चलता आ रहा है। आरोप लगे थे कि कंपनी के खर्चों में अनियमितताएं हुईं, फर्जी विक्रेताओं को पैसे दिए गए, ब्लोअप इनवॉइस हुए। 

  • 2022 में अशनीर कंपनी से बाहर निकले। 

  • विवाद खत्म हुआ सैटलमेंट के बाद, सितंबर 2024 में, उन्होंने और भारतपे ने कानूनी लड़ाई बंद करने का फैसला किया। 

टीवी-शो और इन्फ्लुएंसर के जरिए कमाई

Ashneer Grover ने ये भी बताया कि टीवी और इन्फ्लुएंसर काम से उनकी कमाई बिज़नेस कमाई जितनी नहीं है।

  • उन्होंने कहा कि अगर लगता है कि TV से ज़्यादा पैसे मिलते हैं, तो वो गलत है। उनका असली पैसा आज भी बिजनेस से है — जैसे कि BharatPe में हिस्सेदारी और उन unicorns से जो उन्होंने शुरू किए या जुड़े थे। 

  • अब वो reality show Rise & Fall होस्ट कर रहे हैं और कई ब्रांड/इंफ्लुएंसर वर्क भी करते हैं, लेकिन ये मुख्य स्रोत नहीं है उनका।

जनता क्या कह रही है? सोशल मीडिया पर रिएक्शन

  • कुछ लोग कहते हैं: “इतनी महंगी चीजों की अफवाहें बनना आसान है, लेकिन सच सामने आना चाहिए।”

  • दूसरे बोल रहे हैं: “अगर शानदार घर हो तो दिखाना भी चाहिए, लेकिन झूठी खबरें बनाना गलत है।”

  • एक यूज़र ट्वीट करता है: “अगर ₹10 करोड़ नहीं है तो दिखाओ बिल, लेकिन हर बार मीडिया इंतजार कर रही है बैनर बनाए।”

  • एक और कहता है: “गरीब-अमीर का फर्क कम होता है जब सच सामने आ जाए।”

एक्सपर्ट की राय

  • एक फाइनेंस और मीडिया विशेषज्ञ का कहना है कि ऐसे अफवाहें बनती हैं क्योंकि मीडिया में क्लिक-बेट का चलन है — सब कुछ sensationalize किया जाता है।

  • इंटरियर डिज़ाइनर कहता है कि लक्ज़री फ़र्नीचर और एस्थेटिक दिखना आम है, लेकिन कीमत का आंकलन अक्सर गलत तरीके से किया जाता है।

  • साइकोलॉजिस्ट ने बताया कि लोग ऐसे चीजों को बड़ी कीमत बताते हैं क्योंकि दिखावा पसंद है, सोशल मीडिया मान्यता भी मिलती है।

निष्कर्ष: क्या सच में इतना बड़ा हो गया है ये फैशन?

यह साफ है कि ₹10 करोड़ की डाइनिंग टेबल अफवाह ही थी। Ashneer Grover ने खुलासा किया कि ये मीडिया द्वारा बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई बात थी। लेकिन ये घटना इस बात का आइना है कि अब बॉलीवुड लाइफ़स्टाइल को लेकर लोग कितने सजग हैं — और कितनी आसानी से अफ़वाहें फैल जाती हैं।

₹30 करोड़ का मेंशन हो सकता है सच भी हो, लेकिन असली सवाल ये है कि क्या चारों तरफ के लोग असली बात जानें — बिना ज़रूरत के sensational headlines के।

कॉल टू एक्शन

अगर आप भी सोचते हैं कि मीडिया को थोड़ी हिसाब-किताब से काम करना चाहिए, तो अपनी राय नीचे कमेंट करें:

  • क्या आपको लगता है कि अशनीर का विकल्प सही था कि उन्होंने सफाई से बताय कि टेबल की कीमत इतनी नहीं है?

  • क्या हर शख्स इतना खुलापन दिखा सकता है, जैसा उन्होंने किया?

  • आप क्या सोचते हैं — क्या हमें मीडिया टूल्स के ज़रिए सच और अफवाह में फर्क बताना चाहिए?

✨ मजबूत समापन

Ashneer Grover की यह कहानी सिर्फ एक घर-घर की चाय-शो नहीं है — यह हमारे समाज में सच और दिखावे के बीच की लड़ाई है। एक टेबल की अफवाह से ये बात ज़ाहिर होती है कि कैसे हर कोई सुर्खियाँ चाहता है। लेकिन अफवाह से बढ़कर है ईमानदारी और असली सूचना।

अगर हम सब मिलकर यह मान लें कि दरअसल चीज़ों को देख कर ना मानना चाहिए, तो बॉलीवुड की चमक-दमक भी एक बेहतर, संतुलित और सचेत रूप ले सकती है।

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