भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल Anil Chauhan ने मंगलवार को पुणे विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के दौरान पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी कि भारत अब आतंक और परमाणु धमकियों की छाया में नहीं जिएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Operation Sindoor ने भारत की सैन्य रणनीति में एक नई रेडलाइन खींच दी है, जो अब किसी भी प्रकार के राज्य-प्रायोजित आतंकवाद को सहन नहीं करेगी।
जनरल Anil Chauhan का पाकिस्तान को करारा संदेश
अपने भाषण में जनरल Anil Chauhan ने पाकिस्तान की नीति पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि वह भारत को “हज़ार कटों से घायल करने” की रणनीति पर वर्षों से काम कर रहा है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब जवाब “सटीक प्रहार से और निर्णायक रूप से” दिया जाएगा।
उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का भी उल्लेख किया, जिन्होंने पहलगाम हमले से कुछ सप्ताह पहले भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था ।
“हम अब उस दौर में नहीं हैं जहां हम सिर्फ सहते रहें। अब हर गोली का जवाब गोले से मिलेगा। हम अपनी रणनीतिक चुप्पी तोड़ चुके हैं,” – जनरल Anil Chauhan
प्रमुख बिंदु: जनरल Anil Chauhan के बयान की मुख्य बातें
पाकिस्तान के ‘हज़ार कट’ सिद्धांत का अब भारत की नई सैन्य नीति से जवाब
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए
ऑपरेशन के पहले चरण में कुछ जंगी विमान गंवाने की बात स्वीकार किए , पर CDS बोले- “नुकसान नहीं, परिणाम महत्वपूर्ण हैं”
पाकिस्तान को 48 घंटे की युद्ध योजना 8 घंटे में खत्म करनी पड़ी
भारत ने आतंकवाद को जल-संसाधनों से जोड़ा, नई सैन्य सीमा रेखाएं खींचीं
पहलगाम हमले की निंदा: “यह शुद्ध क्रूरता थी”
परमाणु धमकी अब काम नहीं आएगी: “भारत अब डर कर नहीं जिएगा”
पेशेवर सेनाएं नुकसान से नहीं, परिणाम से प्रेरित होती हैं

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई
7 मई 2025 को लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा नीति में एक बड़ा मोड़ लाया। इस सैन्य कार्रवाई के तहत भारत ने पाकिस्तान में 9 से अधिक आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों को टारगेट किया, लेकिन भारत के जवाबी हमले ने उनकी रणनीति को धराशायी कर दिया।
दिनांक | घटनाक्रम | विवरण |
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7 मई 2025 | ऑपरेशन सिंदूर शुरू | भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले |
8 मई 2025 | जवाबी कार्रवाई | पाकिस्तान द्वारा भारत पर सीमित जवाबी हमला |
10 मई 2025 | युद्धविराम वार्ता | पाकिस्तान ने भारत से संपर्क कर शांति वार्ता की पेशकश की |

जनता की प्रतिक्रिया
जनरल चौहान के इस साहसी बयान और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति को लेकर आम नागरिकों से लेकर रक्षा विशेषज्ञों तक ने सराहना की है।
“आज का भारत साहसी और निर्णायक है। हम आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।”
– रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
“CDS चौहान का बयान राष्ट्र की भावना का प्रतीक है। अब आंख में आंख डालकर जवाब देना ही रास्ता है।”
– सुरक्षा विश्लेषक ब्रह्म चेलानी
विवाद और राजनीति
सीडीएस के इस बयान पर विपक्षी दलों ने प्रतिक्रिया दी है। कुछ दलों ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की हवाई क्षति को छिपाया जा रहा है, जबकि चौहान ने खुद यह कहा कि नुकसान की बजाय परिणामों पर ध्यान देना ज़रूरी है।
“हम संसद में विशेष सत्र की मांग करेंगे, सरकार को स्पष्ट करना होगा कि कितने विमान क्षतिग्रस्त हुए।”
– विपक्षी गठबंधन का संयुक्त बयान

जनरल चौहान ने क्या कहा?
“मैंने कभी सफाइयां नहीं दीं, न अब दूंगा। जो होना है, वो होगा और वो अच्छा ही होगा।”
– जनरल अनिल चौहान, पुणे विश्वविद्यालय में व्याख्यान के दौरान
जनरल अनिल चौहान का यह बयान न केवल पाकिस्तान को सीधी चेतावनी है, बल्कि यह संकेत भी है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक नीति पर भरोसा कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन और पाकिस्तान के हमले के तुरंत बाद जवाबी कार्रवाई ने भारत की सैन्य तैयारियों की स्पष्ट झलक दी है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत की यह रणनीति वैश्विक कूटनीति में क्या प्रभाव लाती है और पाकिस्तान के भीतर इसका क्या असर होता है। लेकिन एक बात तो साफ है – भारत अब किसी भी आतंक या न्यूक्लियर ब्लैकमेल के साए में जीने वाला नहीं है।
