अनुक्रमणिका
बैकग्राउंड: Sacred Games vs. Saas-Bahu
Anurag Kashyap का विवादित कमेंट
Ekta Kapoor की कड़ी प्रतिक्रिया
“Darling, be self-aware…” का मतलब
गॉसिप: Netflix और बालाजी का नया कोलैब
लोगों की राय: सोशल मीडिया रिएक्शन
एक्सपर्ट की व्याख्या: क्लासिज़्म या क्रिएटिव फ्रीडम?
चश्मदीद कमेंट: टीवी सेट से किसने क्या कहा?
कंट्रोवर्सी के दो पहलू
निष्कर्ष: सास-बहू से लेकर स्ट्रेटेजी तक
बैकग्राउंड: Sacred Games vs. Saas-Bahu
2018 में Netflix इंडिया ने Sacred Games के साथ अपना पहला ओरिजिनल शो लॉन्च किया। CEO Ted Sarandos ने हाल ही में बताया कि
“शायद हमें शुरुआत में कुछ ज्यादा पॉपुलिस्ट कंटेंट करना चाहिए था…”
जिस पर फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए कहा:
“उन्हें Saas-Bahu शो से शुरू करना चाहिए था। टेक लोगों को स्टोरीटेलिंग समझ नहीं आती, @tedsarandos dumb है।”

बैकग्राउंड: Sacred Games vs. Saas-Bahu
2018 में Netflix इंडिया ने Sacred Games के साथ अपना पहला ओरिजिनल शो लॉन्च किया। CEO Ted Sarandos ने हाल ही में बताया कि
“शायद हमें शुरुआत में कुछ ज्यादा पॉपुलिस्ट कंटेंट करना चाहिए था…”
जिस पर फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए कहा:
“उन्हें Saas-Bahu शो से शुरू करना चाहिए था। टेक लोगों को स्टोरीटेलिंग समझ नहीं आती, @tedsarandos dumb है।”
अनुराग कश्यप का विवादित कमेंट
कश्यप ने Instagram स्टोरी पर लिखा:
“He should have started with Saas Bahu… I always knew tech guys are dumb when it comes to storytelling but tedsarandos is the definition of dumb.”
उनका तंज था कि, जबकि सास-बहू जैसे ड्रामे करोड़ों लोगों से जुड़े हैं, तकनीकी सोशल मीडिया ने विज़ुअल कंटेंट को नहीं समझा।

एकता कपूर की कड़ी प्रतिक्रिया
टीवी क्वीन एकता कपूर, जिनके बालाजी टीेलीफिल्म्स ने ‘क्यूंकि…’ और ‘कसौटी…’ जैसे हिट सीरीअल दिए, ने कश्यप के कमेंट को “क्लासिस्ट” करार दिया। उन्होंने Instagram स्टोरी में लिखा:
“Ur so dumb… saying this puts u at an advantage ‘I’m smarter, cooler’ but naaaaaaaa! Darling how about gracious!!! N self aware??????”
“‘Saas-Bahu’ और उनके प्रभाव (जिससे महिलाओं को आवाज़ मिली) पर Chicago रिसर्च भी है। जो कलाकार इंसक्लूसिव की बात करते हैं, वे ज़्यादा क्लासिस्ट होते हैं!”
Darling, be self-aware…” का मतलब
एकता का ये उदाहरण दर्शाता है कि वे केवल सास-बहू सीरियल्स की तुलना नहीं कर रही, बल्कि जिस टोन में कश्यप ने तंज किया, उसके अहंकार और डिवीजन को भी नकार रही हैं।
“You can’t sit with us!” — एक स्टैंड आउट लाइन, जो दिखाती है कि सिनेमा और टीवी इंडस्ट्री में डेमोक्रेसी और फ़ेयर प्ले भी ज़रूरी हैं।

गॉसिप: Netflix और बालाजी का नया कोलैबरेशन
इसी बीच एकता कपूर के बर्थडे पर Netflix ने ऐलान किया:
“Netflix और Ektaa Kapoor’s Balaji Telefilms आए साथ, क्रिएटिव कोलैबरेशन के लिए!”
ये कदम बताता है कि स्ट्रेटेजिक लेवल पर पॉपुलिस्ट और प्रीमियम कंटेंट का मिक्स बनाना अब इंडस्ट्री की नई रणनीति है।
लोगों की राय: सोशल मीडिया रिएक्शंस
ट्विटर (X) पर #SaasBahuForAll ट्रेंड कर रहा है।
एक यूज़र: “एकता पूरे मैसेज पर भारी पड़ीं! सास-बहू ने ही तो घर-घर तक दिल जीते।”
दूसरा फैन्स: “अनुराग का स्टैंड भी जरूरी था, क्रिएटिव लैब में लड़ाई चलनी चाहिए।”

एक्सपर्ट की व्याख्या: क्लासिज़्म या क्रिएटिव फ्रीडम?
टीवी क्रिटिक डॉ. नीलम सेन कहती हैं:
“क्लासिस्ट शब्द सिर्फ आर्थिक या सामाजिक तबके तक सीमित नहीं, बल्कि ये दर्शाता है कि कुछ कलाकार अपनी शैली को श्रेष्ठ मानते हैं और बाकी को ‘कम’ कहकर तंज करते हैं।”
दूसरी ओर, मीडिया स्ट्रैटिजिस्ट रोहित मल्होत्रा का मानना है:
“दीप कंटेंट प्लानिंग के लिए कभी-कभी पॉपुलिस्ट स्टार्ट जरूरी होता है, तब डार्क नेटफ्लिक्स-स्टाइल की भी वैल्यू बढ़ती है।”
चश्मदीद कमेंट: टीवी सेट से किसने क्या कहा?
बालाजी के सेट पर मेल-मिक्स करते हुए एक एसीस्टेंट प्रोड्यूसर ने कहा:
“ये बहस कल तक सोशल मीडिया पर गर्म रहेगी। कोई भी पक्ष गिरकर नहीं मानेगा!”
कंट्रोवर्सी के दो पहलू
जनता का कनेक्शन: सास-बहू सीरियल्स ने महिलाओं को स्क्रीन पर अहमियत दी।
क्रिएटिव डायवर्सिटी: वहीं नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफ़ॉर्म ने ग्लोबल टियर कंटेंट कराया।
दोनों ही इंडस्ट्री के लिए ज़रूरी हैं, लेकिन टोन और अटिट्यूड से बहुत फर्क पड़ता है।
सास-बहू से लेकर स्ट्रेटेजी तक
एकता कपूर के शब्द हमें याद दिलाते हैं कि डेमोक्रेटिक कंटेंट में गर्व और घमंड नहीं होना चाहिए।
अनुराग कश्यप की आलोचना बताती है कि कंटेंट पॉलिसी पर खुली बहस ज़रूरी है।
अंततः, Netflix–Balaji कोलैबरेशन दर्शाता है—अब इंडियन ऑडियंस के लिए दोनों पॉपुलिस्ट और प्रोफेशनल कंटेंट ज़रूरी है।
इंडस्ट्री में ये जंग डिबेट बनकर रहेगी, लेकिन एक बात पक्की है—सास-बहू हो या सीक्रेड गेम्स, भारतीय घरों का मनोरंजन कभी बंद नहीं होगा।