“International Yoga Day 2025: सियाचिन से शाही कांगड़ी तक सेना का योग, वाइज़ैग में बोले PM Modi – ‘योग है आज की दुनिया का पॉज़ बटन’, 2014 से अब तक ऐसे मनाया हर साल”

📌 विषय सूची (Table of Contents):

  1. International Yoga Day 2025 : PM मोदी का वाइज़ैग से संदेश: योग सबके लिए है

  2. सेना का शाही योग: सियाचिन से शाही कांगड़ी तक

  3. जनता की राय: सोशल मीडिया पर कैसी रही प्रतिक्रिया

  4. PM मोदी का योग इतिहास: 2015 से 2025 तक

  5. एक्सपर्ट की बात: योग क्यों बना ग्लोबल मूवमेंट

  6. थोड़ी गॉसिप भी: विपक्ष की चुप्पी या रणनीति?

  7. निष्कर्ष: योग भारत से वैश्विक नीति तक

International Yoga Day 2025: PM मोदी का वाइज़ैग से संदेश: योग सबके लिए है 21 जून 2025 को International Yoga Day की 11वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (वाइज़ैग) से योग का नेतृत्व करते हुए कहा –
“योग सीमाओं, पृष्ठभूमि, उम्र या क्षमता से परे है। यह हर इंसान के लिए है। योग दुनिया का पॉज़ बटन है।”

26 किलोमीटर लंबे रामकृष्ण बीच से भोगापुरम तक का यह आयोजन 3 लाख लोगों की उपस्थिति के साथ अब तक के सबसे बड़े योग इवेंट्स में से एक बन गया।

थीम थी: “Yoga for One Earth, One Health” — यानि “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य”।

सेना का शाही योग: सियाचिन से शाही कांगड़ी तक

इस बार की सबसे बड़ी चर्चा रही भारतीय सेना का योगदान। हिमालय की ऊँचाइयों से लेकर सबसे मुश्किल इलाकों तक, भारतीय जवानों ने कड़ाके की ठंड और ऑक्सीजन की कमी में भी योग करके पूरी दुनिया को संदेश दिया:

स्थानऊंचाई (फीट में)विशेषताएँ
शाही कांगड़ी झील20,000 फीटबर्फ के बीच योग, मानसिक संतुलन और फोकस का संदेश
गालवान वैली15,000 फीटएकता और सहनशक्ति का प्रतीक
सियाचिन ग्लेशियरदुनिया का सबसे ऊँचा युद्धक्षेत्रबेस से फॉरवर्ड पोस्ट तक योग
पैंगोंग झील व गांवपूर्वी लद्दाख‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ का संदेश स्थानीयों के साथ

Fire & Fury Corps ने X (पूर्व Twitter) पर पोस्ट किया –
“Where every breath is a challenge, yoga becomes a shield.”

International Yoga Day

जनता की राय: सोशल मीडिया पर कैसी रही प्रतिक्रिया

  • रीना ठाकुर (दिल्ली): “सेना के शहीदों को सलाम, जो योग को भी इतनी ऊँचाई पर ले जा रहे हैं!”

  • @YogaWithRavi (Instagram Yoga Coach): “PM मोदी ने योग को UN तक पहुंचा दिया, अब हर गली-मोहल्ला योगमय हो गया।”

  • एक्स (Twitter) पर #YogaDay2025 ट्रेंड कर रहा है, जिसमें कई मीम्स और राष्ट्रप्रेम से भरे पोस्ट वायरल हैं।

मोदी का योग इतिहास: 2015 से 2025 तक

वर्षस्थानथीम
2015राजपथ, दिल्लीYoga for Harmony and Peace
2016चंडीगढ़Yoga & Sustainable Goals
2017लखनऊYoga for Health
2018देहरादूनYoga for Peace
2019रांचीYoga for Heart
2020वर्चुअल (कोरोना काल)Yoga at Home
2021घरों से योगYoga for Wellness
2022मैसूरYoga for Humanity
2023न्यूयॉर्क (UN HQ)Vasudhaiva Kutumbakam
2024श्रीनगरRecord-Breaking Participation
2025विशाखापत्तनमYoga for One Earth, One Health

एक्सपर्ट की बात: योग क्यों बना ग्लोबल मूवमेंट

डॉ. वंदना मिश्रा (योगा थेरेपिस्ट, एम्स):
“योग अब सिर्फ फिजिकल फिटनेस नहीं, ग्लोबल पीस और पॉलिसी का हिस्सा बन चुका है। यह मानसिक तनाव और जीवनशैली की बीमारियों से लड़ने का सबसे सस्ता और असरदार इलाज है।”

 

थोड़ी गॉसिप भी: विपक्ष की चुप्पी या रणनीति?

इस बार कुछ विपक्षी नेताओं ने इस आयोजन पर चुप्पी साध रखी है। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि क्या यह PM मोदी का ग्लोबल अपील बढ़ने से ईर्ष्या है या कोई चुपचाप रणनीति?

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी:
“हम योग का सम्मान करते हैं, लेकिन इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
लोगों ने इस बयान पर खूब मज़ाक उड़ाया और कहा, “जब वोट मिलें योग से, तब राजनीति क्यों नहीं?”

International Yoga Day

योग भारत से वैश्विक नीति तक

PM मोदी ने जिस योग को 2014 में UN तक पहुँचाया, वह अब सिर्फ एक स्वास्थ्य अभ्यास नहीं बल्कि मानवता की नीति बन चुका है।
योग एक भारतीय उपहार है, जो पूरी दुनिया को सुकून, संतुलन और शक्ति देता है।

👉 आपका क्या मानना है? क्या योग वास्तव में दुनिया के लिए “पॉज़ बटन” बन सकता है? नीचे कमेंट करें और शेयर करें इस गर्वभरे योग दिवस की कहानी!

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