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“Israel-Iran Conflict: तेहरान से भारतीय छात्रों की इमरजेंसी निकासी, दूतावास ने दी चेतावनी – ‘अपनी गाड़ी से शहर से बाहर निकलें'”

Table of Contents

  1. Israel-Iran Conflict: महत्वपूर्ण सलाह और मदद

  2. इजरायल का ‘Operation Rising Lion’ और ईरान की जवाबी कार्रवाई

  3. ताज़ा खबरें: मिसाइल, ड्रोन और टीवी स्टूडियो पर हमला

  4. तेहरान में फंसे Indian Nationals – इंडियन एम्बेसी की एडवाइजरी

  5. केरल के युवा जो बच निकले ड्रामाई पल से

  6. छात्रों की इमरजेंसी ट्रांसफर योजना

  7. सरकार और विदेश मंत्रालय की सक्रियता

  8. लोक प्रतिक्रिया, विशेषज्ञों की राय

  9. निष्कर्ष

Israel-Iran Conflict: महत्वपूर्ण सलाह और मदद

भारतीय दूतावास, तेहरान ने ताजा चेतावनी जारी की है:

“जो भारतीय नागरिक अपनी निजी गाड़ियों से सुरक्षित बाहर निकलना चाहते हैं, उन्हें तुरंत एक सुरक्षित स्थान की ओर रवाना होना चाहिए”   

साथ ही, जिनके संपर्क अभी तक दूतावास से नहीं बन पाए हैं, उन्हें तुरंत कॉल और लोकेशन अपडेट करने को कहा गया है

इज़राइल का ‘Operation Rising Lion’ और ईरान की जवाबी कार्रवाई

इजरायल ने ‘Operation Rising Lion’ शुरू करके ईरान के नाम से किए गए परमाणु हथियार विकास को रोकने का दावा किया, जिसके परिणामस्वरूप ईरान ने मिसाइल  और ड्रोन के साथ हमला शुरू कर दिया । यह तनाव पांचवें दिन भी जारी है, जिसमें दोनों पक्षों ने बड़े पैमाने पर मिसाइलें दागीं

ताज़ा खबरें: मिसाइल, ड्रोन और टीवी स्टूडियो पर हमला

ईरान के स्टेट टीवी पर ब्रॉडकास्ट के दौरान एक मिसाइल का हमला हुआ, जिससे स्टूडियो हिल गया, और एंकर Sahar Imami को जैसे-तैसे वहां से निकलना पड़ा  ।
इसके अलावा, ईरानी मीडिया ने दावा किया कि उन्होंने मोसाद  (Mossad) के  एजेंट्स को तेहरान और अलबोरज़ में पकड़ा, जिनके पास भारी मात्रा में विस्फोटक मिले

Israel-Iran Conflict

तेहरान में फंसे Indian Nationals – इंडियन एम्बेसी की एडवाइजरी

  • दूतावास ने 24×7 कंट्रोल रूम शुरू किया है और इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं  ।

  • सोशल मीडिया और प्रेस पर भारतीयों से तुरंत संपर्क बढ़ाने और अपनी लोकेशन शेयर करने को कहा गया है

केरल के युवा जो बच निकले ड्रामाई पल से

केरल के हफ़सल और मुहम्मद (मलप्पुरम), जो दुबई में काम करते हैं, वह तेहरान में काम के लिए गए थे, जब मिसाइल हमले शुरू हुए।
उन्होंने बताया कि 10 घंटे की ड्राइव में वे मिसाइलों के बीच से निकलते हुए यज़्द पहुंचे – “हमने मिसाइलें आसमान में घूमते  देखीं… मौत बहुत करीब लग रही थी”  ।


इन्हें एक स्थानीय परिवार ने आश्रय दिया, लेकिन वो अब भी एम्बेसी से निकासी का इंतज़ार कर रहे हैं

छात्रों की इमरजेंसी ट्रांसफर योजना

  • लगभग 600 छात्रों को तेहरान से Qom भेजा गया, जबकि 110 छात्र अरमेनिया बॉर्डर के पास ले जाए गए  ।

  • कर्नाटक से 9 मेडिकल छात्र शाहीद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी से भी सहायता के लिए और सुरक्षित स्थानों की ओर बढ़े

  • कुल मिलाकर लगभग 1,500 छात्र को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है

सरकार और विदेश मंत्रालय की सक्रियता

भारत सरकार एवं MEA ने:

  • 24×7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी किए  अरमेनिया तथा UAE के साथ निकासी मार्गों पर बातचीत शुरू की

  • राज्य सरकारें भी छात्रों, विशेषकर कर्नाटक के छात्रों, के लगातार संपर्क में हैं

लोक प्रतिक्रिया, विशेषज्ञों की राय

  • कई फ़ैमिली व्हाट्स्अप ग्रुप्स में दूतावास के निर्देशों की जानकारी साझा की जा रही है

  • एक को-स्टूडेंट ने लिखा:

    “हम बस जहां हैं, वहीं से नहीं जाएंगे – हमें रास्ते और साधन चाहिए।”

  • विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की ओपन-नेटवर्क एडवाइजरी और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर तेज और सुरक्षित निकासी हुई है।

भारतियों की जिंदगी सीधे मध्य-पूर्व में चल रहे इस संघर्ष से प्रभावित हो रही है। सरकार और दूतावास की गतिविधि प्रशंसनीय है।
हालाँकि, स्थानीय सहयोग, पारिवारिक आश्रय और छात्रों की साहस ने दिखाया कि यह कठिन समय भी  इंसानियत का इम्तिहान है।

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