नेशनल अवॉर्ड पर भड़के केरल CM: ‘The Kerala Story’ की जीत को बताया भारतीय सिनेमा की परंपरा का अपमान, Jury चेयरमैन Ashutosh Gowariker ने दी सफाई

📑 विषयसूची (Table of Contents)

  1. 📌 क्या है ‘The Kerala Story’?

  2. 🏆 नेशनल अवॉर्ड में मिली कौन-कौन सी जीत

  3. 🔥 केरल CM का गुस्सा – “ये सांप्रदायिक एजेंडा है”

  4. 🎙️ Jury चेयरमैन Ashutosh Gowariker का जवाब

  5. 🧠 पब्लिक ओपिनियन – देश दो हिस्सों में बंट गया

  6. 📊 आंकड़े और विवाद – कितनी सच्चाई, कितना प्रचार?

  7. 🎥 फिल्म जगत की राय – कला या एजेंडा?

  8. 📣 निष्कर्ष: कला की जीत या राजनीति का शोर?

📌 क्या है ‘The Kerala Story’?

2023 में रिलीज़ हुई The Kerala Story एक विवादित फिल्म रही, जिसमें यह दिखाया गया कि केरल की हजारों महिलाएं जबरन धर्म परिवर्तन के बाद ISIS जैसी आतंकी संगठनों में भर्ती कर ली गईं।

मुख्य अभिनेत्री: अदाह शर्मा
निर्देशक: सुदीप्तो सेन
रिलीज डेट: 5 मई 2023

फिल्म ने बेशक बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त कलेक्शन किया, लेकिन इसकी कहानी ने समाज और राजनीति में उथल-पुथल मचा दी।

🏆 नेशनल अवॉर्ड में मिली कौन-कौन सी जीत

1 अगस्त 2025 को घोषित हुए 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में The Kerala Story को दो बड़ी कैटेगरी में सम्मानित किया गया:

पुरस्कारविजेता
🎬 सर्वश्रेष्ठ निर्देशकसुदीप्तो सेन
🎥 सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफीसंतोष चौहान
The Kerala Story

🔥 केरल CM का गुस्सा – “ये सांप्रदायिक एजेंडा है”

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस जीत को “भारतीय सिनेमा की महान परंपरा का अपमान” बताया।

उन्होंने X (पहले ट्विटर) पर लिखा:

“इस फिल्म को सम्मानित करके National Film Awards की ज्यूरी ने RSS के सांप्रदायिक एजेंडे को वैधता दी है। यह निर्णय केरल की गरिमा को ठेस पहुंचाता है।”

CM ने यह भी कहा:

“केरल सदैव भाईचारे और धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक रहा है। इस निर्णय ने हर उस व्यक्ति का अपमान किया है जो लोकतंत्र और सच्चाई में विश्वास रखता है।”

 

🎙️ Jury चेयरमैन Ashutosh Gowariker का जवाब

ज्यूरी अध्यक्ष और फिल्म निर्देशक अशुतोष गोवारिकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“The Kerala Story भले ही विवादित विषय पर आधारित हो, लेकिन उसके दृश्यों की रियलिज़्म, निर्देशक की स्पष्टता और तकनीकी गुणवत्ता के आधार पर ये निर्णय लिया गया। यह कला का मूल्यांकन था, विचारधारा का नहीं।

🧠 पब्लिक ओपिनियन – देश दो हिस्सों में बंट गया

फिल्म की जीत के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की राय में साफ विभाजन दिखा:

जनता की रायप्रतिशत
जीत सही है, कला की सराहना होनी चाहिए47%
यह सांप्रदायिक फिल्म है, इसे सम्मान नहीं मिलना चाहिए53%

👩‍💼 एक ट्विटर यूज़र ने लिखा:

“फिल्म में जो दिखाया गया वो सच है, और सच हमेशा कड़वा होता है।”

👨‍🎓 दूसरे ने कहा:

“अगर ये नेशनल अवॉर्ड जीत सकती है, तो फिर ‘प्रोपेगैंडा’ भी अब कला कहलाएगा?”

The Kerala Story

📊 आंकड़े और विवाद – कितनी सच्चाई, कितना प्रचार?

फिल्म में यह दावा किया गया था कि 32,000 महिलाएं केरल से गायब हुईं और ISIS में शामिल हुईं।

📌 सच्चाई:
सरकारी आंकड़ों और कोर्ट ने इन नंबरों की पुष्टि नहीं की। कई रिपोर्ट्स में इस संख्या को “बिना आधार के” बताया गया।

दावेहकीकत
32,000 महिलाएं लापताकोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
जबरन धर्म परिवर्तनकुछ व्यक्तिगत केस, पर व्यापक नहीं

🎥 फिल्म जगत की राय – कला या एजेंडा?

🎬 अनुराग कश्यप (निर्देशक):

“अगर कोई फिल्म समाज को बांटती है, तो वो अवॉर्ड की हकदार नहीं हो सकती।”

🎬 विवेक अग्निहोत्री (निर्देशक, The Kashmir Files):

“किसी का सच दूसरों को असहज कर सकता है, लेकिन कला का यही काम है – सवाल उठाना।”

 

🎭 थोड़ी सी गॉसिप भी…

  • अदाह शर्मा को अवॉर्ड नहीं मिला, जिससे उनके फैंस में निराशा है।

  • फिल्म के प्रमोटर ने कथित रूप से BJP नेताओं के साथ गुप्त मीटिंग की थी (सोशल मीडिया अफवाह)।

  • West Bengal में फिल्म को बैन किया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने बैन हटाया।

📣 निष्कर्ष: कला की जीत या राजनीति का शोर?

The Kerala Story को अवॉर्ड मिलना सिर्फ एक फिल्म का सम्मान नहीं, बल्कि पूरे सिनेमा उद्योग के लिए एक विचारशील बहस का विषय बन गया है – क्या कला को उसकी टेक्निकल गुणवत्ता पर आंकना चाहिए या उसके सामाजिक प्रभाव को भी ध्यान में रखना चाहिए?

🔥 अंत में सवाल आपसे:
क्या आप मानते हैं कि The Kerala Story को अवॉर्ड मिलना जायज़ था?
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