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Mahesh Bhatt का खुलासा: ‘शानदार’ की नाकामी से हिल गईं Alia, Ranbir Kapoor को बताया सबसे पढ़े-लिखे और फैमिली कॉन्शियस

विषय सूची

  1. शॉकिंग खुलासा: Alia की पहली फ्लॉप का असर

  2. ‘Shandaar’ — फिल्म की कहानी और बॉक्स ऑफिस आंकड़े

  3. Mahesh Bhatt की टिप्पणी: Ranbir की विशिष्टता

  4. सार्वजनिक राय और आलोचना

  5. विशेषज्ञों की आवाज़

  6. विवाद और गॉसिप के तड़के

  7. निष्कर्ष: सीख और आगे का रास्ता

  8. कॉल टू एक्शन

शॉकिंग खुलासा: आलिया की पहली फ्लॉप का असर

वयोवृद्ध फिल्‍ममेकर Mahesh Bhatt ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उनकी बेटी Alia Bhatt ‘शानदार’ की असफलता से कितनी आहत हुई थीं। महेश भट्ट ने कहा:

“जब आलिया पहली बार असफलता से मिली — वह फिल्म ‘शानदार’ थी — वह जड़ों से हिल गई थीं। बाहर से tough दिखने वाली आलिया के लिए भी यह एक झटका था क्योंकि सफलता के बाद इतनी बड़ी फ्लॉप हो जाना इंसान को अहसास कराता है कि आप भी एक सामान्य इंसान हो।”

यह बयान बॉलीवुड में स्टारडम के glamor के पीछे की मनोवैज्ञानिक सच्चाई को उजागर करता है कि कैसे बड़े नामों के लिए भी असफलता दर्दनाक होती है।

‘Shandaar’ — फिल्म की कहानी और बॉक्स ऑफिस आंकड़े

विषयविवरण
रिलीज़ तिथि22 अक्टूबर 2015 — दुष्‍सेहरा के मौके पर रिलीज़ हुई थी।
निर्देशन / निर्मातानिर्देशक: विकास बहल — निर्माण: फ़ैंटम फ़िल्म्स और धर्मा प्रोडक्शन्स।
बजटलगभग ₹60-₹70 करोड़ 
भारत में नेट कलेक्शन≈ ₹43.10 करोड़ 
वैश्विक ग्रॉसलगभग ₹73.3 करोड़ दुनिया भर से 
स्थितिकमाई-बाजार के अपेक्षाकृत कम, फ्लॉप फिल्म घोषित 

‘शानदार’ ने पहले दिन अच्छी शुरुआत की (लगभग ₹13.10 करोड़) , लेकिन अगले दिनों ही गिरावट शुरू हुई। पहले हफ्ते में सिर्फ लगभग ₹40.15 करोड़ की कमाई हुई, जो बजट की तुलना में बहुत कम है।

ranbir kapoor

Mahesh Bhatt की टिप्पणी: Ranbir Kapoor की विशिष्टता

Mahesh Bhatt ने न केवल आलिया की पहली असफलता के बारे में बताया, बल्कि Ranbir Kapoor के बारे में भी एक अलग पहलू साझा किया:

  • Ranbir Kapoor को उन्होंने “बहुत पढ़े-लिखे” कहा है।

  • “सबसे फैमिली कॉन्शियस” बॉलीवुड में – यानी परिवार के प्रति देवत्व, जिम्मेदारी और जुड़ाव के मामले में Ranbir Kapoor अलग बने हुए हैं। 

यह टिप्पणी Ranbir KapoorAlia Bhatt के निजी जीवन और सार्वजनिक छवि पर केंद्रित है, जहाँ Ranbir Kapoor को सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि एक परिवार-पुरुष के रूप में देखा जाता है।

सार्वजनिक राय और आलोचना

फिल्म प्रेमी और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ मिली-जुली रहीं:

  • कुछ दर्शकों ने कहा कि ‘शानदार’ को मार्केटिंग ज़्यादा हुई और कहानी कमजोर थी।

  • ट्विटर पर चर्चा थी कि आलिया ने “फैशन पर ध्यान दिया, कहानी पर नहीं”।

  • कई लोगों ने कहा कि उन्हें अधिक उम्मीद थी इस फिल्म से, क्योंकि निर्देशक विकास बहल ने पहले ‘Queen’ जैसी सराही गई फिल्म दी थी।

यही नहीं, आलोचक भी बोले कि फिल्म का स्क्रिप्ट और कथा संयोजन अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा।

विशेषज्ञों की आवाज़

कुछ फिल्म विशेषज्ञों ने इस तरह राय दी:

  • ट्रेड विश्लेषक तरण आदर्श (Taran Adarsh) ने कहा कि ‘शानदार’ की शुरुआत तो शानदार थी (पहला दिन ~ ₹13.10 करोड़), लेकिन “सस्टेनेंस” बनाये रखने में विफल रही।

  • आर्थिक दृष्टि से, फिल्म के बजट और प्रचार लागत को देखते हुए कलेक्शन पर्याप्त नहीं था।

  • मनोवैज्ञानिक दृष्टि से, महेश भट्ट की टिप्पणी बताती है कि स्टारडम की चमक के पीछे कलाकारों की असुरक्षा और अहंकार टूटने का डर भी होता है।

विवाद और गॉसिप के तड़के

  • कुछ गॉसिप हल्लों में यह बात आई कि आलिया ने ‘Shandaar’ के बाद कुछ समय के लिए प्रस्तावों को सोच-समझ कर लिया, क्योंकि डर था कि और असफलता हो सकती है।

  • किसी ने यह भी कहा कि आलिया की असंतुष्टि ने निर्देशक-निर्माताओं के साथ मतभेद बढ़ा दिए थे, लेकिन कोई विश्वसनीय प्रमाण इस बात के बारे में नहीं मिला।

  • Ranbir Kapoor की तारीफ़ करने की महेश भट्ट की बात कुछ लोगों को प्रभावित करती है कि परिवार का दबाव अभिनेत्री पर कितना हो सकता है।

निष्कर्ष: सीख और आगे का रास्ता

‘Shandaar’ की असफलता ने आलिया को यह सिखाया कि सफलता की ऊँचाइयों के बाद असफलता कितनी चुभन सकती है। Mahesh Bhatt का बयान न सिर्फ एक पिता की भावनाएँ दर्शाता है बल्कि इस बात की याद दिलाता है कि फिल्म उद्योग सिर्फ चमक-दमक नहीं, बल्कि संघर्षों का मैदान भी है।

Ranbir Kapoor को “सबसे पढ़े-लिखे” और “परिवारप्रिय” बताकर महेश भट्ट ने यह संकेत दिया कि एक कलाकार की असफलता से उसकी प्रतिष्ठा न कभी मिटती है, न ही उसके व्यक्तिगत गुण मि होते हैं।

कॉल टू एक्शन (CTA)

अगर आप चाहें, तो नीचे टिप्पणी कर बताइए:

  • आपको लगता है कि ‘Shandaar’ जैसी फिल्में असफल क्यों होती हैं – कहानी की कमज़ोरी से या गलत मार्केटिंग से?

  • Alia Bhatt को इस तरह की असफलताओं से कैसे उभार मिल सकता है – आपके विचार में?

  • Ranbir Kapoor की फैमिली कॉन्शियस भूमिका आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण है – क्या इससे उनकी तस्वीर बदलती है?

अंतिम सारांश

‘Shandaar’ की फ़्लॉप सिर्फ एक फिल्म की असफलता नहीं थी, बल्कि एक याद दिलावनी थी कि स्टारडम भी इंसान है, और उसमें हृदय की धड़कनों में डर-चिंता, असफलता का सामना और व्यक्तिगत संघर्ष शामिल है। Mahesh Bhatt का यह खुलासा दर्शाता है कि Alia Bhatt जैसी बड़ी अदाकारा भी गिर कर संभलती हैं, और Ranbir Kapoor जैसी हस्ती की असली पहचान सिर्फ उसकी सफलता नहीं, बल्कि उसकी जड़ों, पढ़ाई-लिखाई और परिवार-मूल्यों से है।

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