“Sarzameen Review: Kajol-Prithviraj की दमदार एक्टिंग छाई, Ibrahim Ali Khan की परफॉर्मेंस डेब्यू से बेहतर लेकिन फिल्म भूली ‘सर’ और खो बैठी ‘ज़मीन'”

📑 Table of Contents

  1. Sarzameen फिल्म का परिचय: कश्मीर की पृष्ठभूमि पर बना देशभक्ति ड्रामा

  2. कहानी में ट्विस्ट: बेटा बना आतंकी या देशभक्त?

  3. कलाकारों का प्रदर्शन: कौन छाया, कौन फिसला?

  4. Ibrahim Ali Khan पर नज़र: डेब्यू से आगे बढ़े या फिर वही पुरानी ग़लतियाँ?

  5. जनता और सोशल मीडिया की राय

  6. एक्सपर्ट की टिप्‍पणी और रेटिंग

  7. अंत में क्या बचा?

  8. CTA: देखना चाहिए या नहीं?

🎬 Sarzameen फिल्म का परिचय: कश्मीर की पृष्ठभूमि पर देशभक्ति ड्रामा

25 जुलाई को OTT पर रिलीज़ हुई Karan Johar के प्रोडक्शन हाउस Dharma Productions की फिल्म ‘Sarzameen’, एक इमोशनल देशभक्ति थ्रिलर है जिसमें Kajol, Prithviraj Sukumaran और Ibrahim Ali Khan मुख्य भूमिकाओं में हैं। निर्देशन किया है Boman Irani के बेटे Kayoze Irani ने, जो खुद Student of The Year (2012) का हिस्सा रह चुके हैं।

🧩 कहानी में ट्विस्ट: बेटा बना आतंकी या देशभक्त?

कहानी Colonel Vijay Menon (Prithviraj) और उनके बेटे Harman (Ibrahim) के बीच की है। बेटे का बचपन में अपहरण होता है, वह ग़ायब हो जाता है और कई साल बाद लौटता है – अब वह एक नया इंसान है।

लेकिन सवाल यह है:
क्या वह वही बेटा है?
या दुश्मन के शिविर से आया कोई और एजेंट?

फिल्म इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश करती है, लेकिन कमजोर स्क्रिप्ट और बिखरी हुई डायरेक्शन से सब कुछ अधूरा लगता है।

Sarzameen

🎭 कलाकारों का प्रदर्शन: कौन छाया, कौन फिसला?

कलाकारप्रदर्शन
Prithviraj Sukumaranभावनात्मक गहराई में जबरदस्त, लेकिन स्क्रिप्ट ने साथ नहीं दिया
Kajolएक मां के रूप में कुछ सीन्स में प्रभावशाली, लेकिन कैरेक्टर अधूरा
Ibrahim Ali Khanडेब्यू से बेहतर, लेकिन अब भी मंज़िल दूर
Boman Irani, Mihir Ahujaसपोर्टिव रोल, लेकिन सीमित

🎤 Ibrahim Ali Khan पर नज़र: सुधार या दोहराव?

Ibrahim की पिछली फिल्म ‘Nadaaniyan’ एक डिजास्टर थी। इस बार उन्होंने दमदार डायलॉग से वापसी की कोशिश की। ट्रेलर में उनका डायलॉग –

“हक़ीक़त हूं या सिर्फ़ एक रूह…”
सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ।

✅ पब्लिक ने कहा:

Zabardast acting bro!
Saif Ali Khan ka beta hai, sabit kar diya.
CAN TOMORROW COME ANY QUICKER?

लेकिन सच्चाई ये है कि कुछ डायलॉग्स और लुक के अलावा उनके एक्सप्रेशन्स अभी भी उतने प्रभावशाली नहीं लगे।

 

🗣️ जनता और सोशल मीडिया की राय

सोशल मीडिया यूज़रप्रतिक्रिया
@_FilmyFan“Prithvi और Kajol ने बचाया, वरना फिल्म बोरिंग थी।”
@CinemaLover“Ibrahim surprised me, better than expected.”
@DesiPatriot“फिल्म में देशभक्ति दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन इमोशनल कनेक्ट नहीं बना।”

📊 एक्सपर्ट की टिप्‍पणी और रेटिंग

क्रिटिकरेटिंगराय
Film Companion1.5/5“देशभक्ति भी फीकी, कहानी भी अधूरी।”
X (formerly Twitter) Reviewer4/5“इमोशनल थ्रिलर, आख़िर में बड़ा ट्विस्ट।”
Independent Blogger3/5“एक बार देख सकते हैं, लेकिन उम्मीद मत रखिए।”
 
Sarzameen

अंत में क्या बचा?

फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष है — कश्मीर की लोकेशन। कैमरा जब बर्फ से ढकी वादियों में घूमता है, तब दिल कुछ महसूस करता है। लेकिन बाकी सभी पहलू — कहानी, भावनात्मक गहराई, एक्शन और संगीत — सब कुछ निराश करता है।

Ibrahim Ali Khan की परफॉर्मेंस में सुधार है, लेकिन अभी वो मीलों पीछे हैं। Prithviraj और Kajol को बेहतर स्क्रिप्ट मिलती तो शायद फिल्म का स्तर कुछ और होता।

📣 CTA: देखना चाहिए या नहीं?

अगर आप सिर्फ देशभक्ति थीम और कश्मीर की खूबसूरती के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो एक बार देख सकते हैं।
लेकिन अगर आप एक ठोस कहानी, गहराई और असरदार परफॉर्मेंस की उम्मीद कर रहे हैं — तो शायद आपको Sarzameen से निराशा ही मिलेगी।

🔚 निष्कर्ष में:

‘Sarzameen’ एक ऐसी फिल्म है जो ‘सर’ दिखाने की कोशिश करती है लेकिन ‘ज़मीन’ खो बैठती है।

अगर आपको ये समीक्षा पसंद आई, तो नीचे कमेंट में बताइए कि आपको फिल्म कैसी लगी और Ibrahim Ali Khan से आपकी क्या उम्मीदें हैं?

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