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“Smriti Irani का खुलासा: ‘क्रैपी’ कहकर किया जाता था ताना, वही रोल निभाने वाले पुरुष को मिलता था ज्यादा पैसा”

टीवी की ‘तुलसी’ और राजनीति की दमदार नेता Smriti Irani ने अपने करियर के शुरुआती संघर्षों पर बड़ा खुलासा किया है। सोहा अली खान के पॉडकास्ट ‘ऑल अबाउट हर’ में बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कभी उन्हें ‘क्रैपी एक्टर’ कहकर ताने सुनने पड़े और उसी काम के लिए पुरुष कलाकार को उनसे ज्यादा पैसे दिए जाते थे।

25 साल पुराने जख्मों को ताजा किया

Smriti Irani ने याद करते हुए कहा, “25 साल पहले मुझे ‘पार्ट टाइम पॉलिटिशियन और फुल टाइम एक्टर’ कहा जाता था।” उन्होंने बताया कि उस दौर में उन्होंने अपने पिता से भी सवाल किया था, “मैं 17 साल आपकी बेटी और फिर किसी की पत्नी बनकर रहूं? कब अपने लिए जी पाऊंगी?”

स्मृति ने खुलासा किया कि उनका पहला काम दिल्ली के जनपथ में था, जहाँ वह ₹200 दिन की कमाई करती थीं। उन्होंने पिता से लोन लिया था और उनके पापा ने शर्त रखी थी – “एक साल में पैसा नहीं लौटाया तो मेरी पसंद से शादी करनी होगी।”

‘तुलसी’ बनकर पाई थी शोहरत, पर झेलनी पड़ी आलोचना

Smriti Irani ने कहा, “हर जगह लोग कहते थे – तुम क्रैपी एक्टर हो। जबकि वही काम करने वाले पुरुष कलाकार को ज्यादा पेमेंट मिलती थी।”
सोहा ने जब पूछा कि आज की ‘तुलसी’ 25 साल पुरानी ‘तुलसी’ को क्या कहेगी? तो स्मृति ने मुस्कुराते हुए कहा, “बेहतर पेचेक मांगो।”

पॉलिटिक्स की शुरुआत और जमीनी सफर

Smriti Irani ने 2004 में सिर्फ 27 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा था। उन्होंने साफ कहा – “मेरे पास कोई औपचारिक शिक्षा या राजनीति को समझने का अनुभव नहीं था, लेकिन मैंने हार्डकोर पॉलिटिक्स में कदम रखा।”

उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे एक गुस्साए एडिटर ने उन्हें फोन पर डांटा था – “क्या कर रही हो तुम? बाहर आओ।”

Smriti Irani

Smriti Irani: मॉडलिंग से संसद तक

दिल्ली के मराठी-पंजाबी-बांग्ला परिवार में जन्मी स्मृति ने 1994 में मॉडलिंग और ऐक्टिंग से करियर शुरू किया। स्टार प्लस के मशहूर शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में ‘तुलसी विरानी’ का रोल उन्हें घर-घर में मशहूर कर गया।
वह ‘मनीबेन डॉट कॉम’, ‘तीन बहूरानियां’, ‘डीडी मेरोज़ कविता’ जैसे सीरियल्स में भी नजर आईं।
उनकी शादी बिज़नेसमैन ज़ुबिन ईरानी से हुई है।

राजनीति में सफर

2003 में Smriti Irani ने बीजेपी जॉइन की। महज एक साल में वह महाराष्ट्र युवा विंग की उपाध्यक्ष और पार्टी की नेशनल एग्जीक्यूटिव की सदस्य बनीं।

2011 में उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेजा गया और 2017 में वह फिर चुनी गईं।

2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ लड़ाई लड़ी लेकिन हार गईं। 2019 में उन्होंने वही सीट जीतकर इतिहास रच दिया।

2024 के चुनाव में कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को उतारा, जिन्होंने स्मृति को हरा दिया।

टीवी पर वापसी

Smriti Irani हाल ही में छोटे पर्दे पर अपने आइकॉनिक रोल तुलसी विरानी के साथ लौट आई हैं। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के रीबूट में वह और अमर उपाध्याय (मिहिर) फिर साथ नजर आ रहे हैं। यह सीरियल स्टार प्लस पर आता है और JioHotstar पर स्ट्रीम होता है।

नतीजा

Smriti Irani की यह बातचीत दिखाती है कि ग्लैमर की चमक के पीछे कितना संघर्ष और भेदभाव छुपा था। आज वह न सिर्फ टीवी की सुपरस्टार हैं बल्कि देश की राजनीति में भी मजबूत पहचान बना चुकी हैं। उनकी यह कहानी उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।

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