“The Bengal Files Review: विदेशी दर्शकों ने कहा ‘हार्ड-हिटिंग’, लेकिन कोलकाता थिएटर्स में नहीं दिखेगी विवेक अग्निहोत्री की फिल्म”

📝 विषय सूची (Table of Contents)

  1. The Bengal Files Review: विदेशी दर्शकों की पहली प्रतिक्रिया

  2. फिल्म की कहानी और पॉलिटिकल बैकड्रॉप

  3. बंगाल में विवाद और थिएटर्स का रुख

  4. विवेक अग्निहोत्री और पल्‍लवी जोशी का बयान

  5. इंटरनेशनल रिलीज़ पर अड़चन

  6. जनता और एक्सपर्ट्स की राय

  7. निष्कर्ष और कॉल टू एक्शन

The Bengal Files Review: विदेशी दर्शकों की पहली प्रतिक्रिया

विवेक अग्निहोत्री की नई फिल्म “The Bengal Files” अमेरिका और कनाडा में एक महीने से चल रही है और वहां इसे लेकर जबरदस्त रिएक्शन सामने आए हैं।

  • ऑरलैंडो (यूएसए) के एक दर्शक ने  बताया – “इस फिल्म ने देशभक्ति की तीव्र भावना जगाई। हर भारतीय को यह फिल्म देखनी चाहिए।”

  • लॉस एंजेलिस (यूएसए) से एक रिव्यू: “ये फिल्म खासकर युवाओं के लिए ज़रूरी है, जिन्हें दुनिया के जेनोसाइड पढ़ाए जाते हैं लेकिन अपने देश के जेनोसाइड नहीं।”

  • शिकागो (यूएसए) के दर्शक बोले: “हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया। अब समय है अपने बच्चों को सच्चाई दिखाने का।”

गूगल पर एक यूज़र ने इसे “gut-wrenching” बताया और लिखा –

“The Bengal Files सिर्फ फिल्म नहीं है, बल्कि इतिहास याद दिलाने वाली वेक-अप कॉल है।”

फिल्म की कहानी और पॉलिटिकल बैकड्रॉप

  • कहानी आधारित है 1946 के Direct Action Day और Calcutta Riot पर।

  • इसमें नोआखाली नरसंहार और बंगाल विभाजन के समय की भयावह सच्चाई को दिखाया गया है।

  • ये फिल्म विवेक अग्निहोत्री की “Files Trilogy” का तीसरा पार्ट है – The Tashkent Files (2019) और The Kashmir Files (2022) के बाद।

फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, सास्वत चटर्जी, प्रियंशु चटर्जी और दर्शन कुमार जैसे दिग्गज कलाकार हैं।

The Bengal Files Review

बंगाल में विवाद और थिएटर्स का रुख

दिलचस्प बात ये है कि फिल्म पर बंगाल में बैन तो नहीं है, लेकिन कोलकाता के कई थिएटर्स इसे स्क्रीन नहीं कर रहे।

  • नविना सिनेमा के डायरेक्टर नवीन चौखानी  बोले: “हमारी पहले से कमिटमेंट थी Tiger Shroff की Baaghi 4 से। बंगाली फिल्म धूमकेतु भी अच्छा चल रही है।”

  • प्रिया सिनेमा के मालिक अरिजीत दत्ता ने कहा: “सिंगल स्क्रीन पर एक साथ कई फिल्में नहीं चला सकते। Baaghi 4 और दो बंगाली फिल्में पहले से लगी हैं।”

👉 यानी यहां अनऑफिशियल बैन का आरोप लग रहा है, लेकिन थिएटर्स का कहना है कि ये सिर्फ “कमिटमेंट” और “स्पेस की कमी” है।

विवेक अग्निहोत्री और पल्‍लवी जोशी का बयान

  • विवेक अग्निहोत्री ने  कहा:

    “थिएटर्स पहले से फाइनल थे, एडवांस बुकिंग भी खुल चुकी थी। लेकिन अब थिएटर ओनर्स कह रहे हैं कि उन्हें डर है, कहीं पॉलिटिकल टकराव न हो।”

  • फिल्म की प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ओपन लेटर लिखा।

    • “सच दबाया जा रहा है। FIR, धमकियां, अखबारों में ऐड तक नहीं छप रहे। थिएटर ओनर्स को डराया जा रहा है।”

इंटरनेशनल रिलीज़ पर अड़चन

फिल्म को लेकर विदेशों में भी मुश्किलें आईं।

  • मॉरिशस: लोकल सेंसर बोर्ड ने अभी तक क्लियरेंस नहीं दी।

  • यूएई, सिंगापुर, मलेशिया, हांगकांग: सेंसरशिप प्रोसेस जारी, पॉलिटिकली सेंसिटिव कंटेंट होने की वजह से देरी।

👉 इसका मतलब है कि 5 सितंबर 2025 की ग्लोबल रिलीज़ कई जगह टल सकती है।

जनता और एक्सपर्ट्स की राय

राय/रिव्यूस्थानबयान
पत्रकार अवतंस कुमारयूएसए“1946 की राजनीतिक उथल-पुथल का जीवंत चित्रण।”
गूगल रिव्यूअरनॉर्थ अमेरिका“Hard-hitting और gut-wrenching – युवाओं को ज़रूर दिखाएँ।”
कोलकाता सिनेमा मालिकभारत“पहले से कमिटमेंट की वजह से फिल्म नहीं चला रहे।”
समर्थक दर्शकLA, USA“इतिहास की सच्चाई युवाओं को बताने का वक्त आ गया है।”
The Bengal Files Review

निष्कर्ष और कॉल टू एक्शन

The Bengal Files Review  से पहले ही देश और विदेश में बड़ा शोर मचा दिया है।

  • विदेशों में लोग इसे “सच्चाई की आंखें खोलने वाली फिल्म” कह रहे हैं।

  • बंगाल में पॉलिटिकल विवाद और थिएटर ओनर्स के फैसले ने बहस को और तेज कर दिया है।

  • सेंसर अड़चनें बताते हैं कि ये फिल्म सिर्फ सिनेमा नहीं, बल्कि पॉलिटिकल और सोशल डिबेट बन चुकी है।

👉 अब गेंद दर्शकों के पाले में है।
क्या ये फिल्म सिर्फ विवादों तक सीमित रह जाएगी या सच में भारत की जनता को इतिहास का वो चेहरा दिखा पाएगी जो सालों से दबाया गया है?

आपका क्या मानना है – क्या The Bengal Files को सभी थिएटर्स में रिलीज़ होना चाहिए? अपनी राय कमेंट में ज़रूर लिखें।

 

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