टेबल ऑफ कॉन्टेन्ट
Vijay Mallya का ताज़ा बयान
क्या बोले Vijay Mallya पॉडकास्ट में?
‘भगोड़ा नहीं, चोर क्यों कहा?’ –Vijay Mallya का सवाल
किंगफिशर एयरलाइंस की कहानी
प्रणब मुखर्जी से मुलाकात और नाकामी
Vijay Mallya की संपत्ति और नेटवर्थ
कांग्रेस का हमला: ‘सरेंडर सरकार’
जेटली पर आरोप और सफाई
लोगों की राय और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया और निष्कर्ष
Vijay Mallya का ताज़ा बयान
ब्रिटेन में रह रहे शराब कारोबारी Vijay Mallya ने हाल ही में पॉडकास्टर राज शमानी को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि अगर उन्हें निष्पक्ष सुनवाई और सम्मानजनक जीवन का भरोसा मिले, तो वह भारत लौटने पर गंभीरता से विचार करेंगे।

क्या बोले Vijay Mallya पॉडकास्ट में?
पॉडकास्ट में माल्या ने कहा: “अगर मुझे निष्पक्ष ट्रायल और सम्मानजनक जीवन का आश्वासन मिले, तो मैं लौटने पर सोचूंगा। मैंने देश नहीं छोड़ा, मैं मार्च 2016 में शेड्यूल यात्रा पर निकला था। वापस क्यों नहीं आया, इसके मेरे अपने कारण हैं।”
‘भगोड़ा नहीं, चोर क्यों कहा?’ – माल्या का सवाल
माल्या ने कहा, “मुझे भगोड़ा कहो, ठीक है। पर ‘चोर’ क्यों कहा जा रहा है? कहां है चोरी? मैंने बैंक से पैसा लिया, और मैं बैठकर मामला सुलझाना चाहता था।”
किंगफिशर एयरलाइंस की कहानी
माल्या ने बताया कि 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से उनकी एयरलाइंस को नुकसान हुआ। उन्होंने एयरलाइन को छोटा करने का प्लान बनाया था। “मैंने श्री प्रणब मुखर्जी से अनुरोध किया था कि मैं ऑपरेशन घटाना चाहता हूं, लेकिन मुझे कहा गया कि बैंक साथ देंगे – और यहीं से असली मुसीबत शुरू हुई।”
प्रणब मुखर्जी से मुलाकात और नाकामी
माल्या ने खुलासा किया कि उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री से कहा था कि विमान घटाएं और कर्मचारियों को हटाएं, क्योंकि आर्थिक हालात बेहद खराब थे। लेकिन उन्हें सलाह दी गई कि वे जारी रखें और बैंक समर्थन देंगे। आखिरकार, किंगफिशर एयरलाइंस को उड़ान बंद करनी पड़ी।
माल्या की संपत्ति और नेटवर्थ
2013 में माल्या की नेटवर्थ करीब $750 मिलियन थी, जो 2022 में बढ़कर $1.2 बिलियन हो गई। उन्होंने न्यूयॉर्क के ट्रंप टॉवर में पेंटहाउस खरीदा, फ्रांस में लक्ज़री आइलैंड एस्टेट है, और लंदन में कई प्रॉपर्टीज हैं।
कांग्रेस का हमला: ‘सरेंडर सरकार’
माल्या के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पवन खेड़ा ने ट्वीट किया – “यह नरेंद्र सरेंडर सरकार है! भगोड़े की वापसी पर ऐसे बयान सरकार की मिलीभगत को दिखाते हैं।”
जेटली पर आरोप और सफाई
माल्या ने कहा कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले अरुण जेटली को बताया था। “मैंने वित्त मंत्री को बताया कि मैं लंदन जा रहा हूं, बैंकों से सेटलमेंट करवाइए। ये तो एक लाइन थी। लेकिन जब बात मीडिया में आई, तो सबने शोर मचाया।”
लोगों की राय और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस बयान के बाद तूफान सा आ गया। कई लोग माल्या को बहाना बाज बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि सरकार ने उसे निकलने दिया था। हैशटैग #NarendraSurrender, #MallyaPodcast और #JaitleyMeeting ट्रेंड करने लगे।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया और निष्कर्ष
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि माल्या की वापसी अब भी कानूनी प्रक्रिया और राजनीतिक इच्छा शक्ति पर निर्भर है। जबकि आलोचक मानते हैं कि उनका ये इंटरव्यू एक पब्लिक इमेज सुधारने की कोशिश है।
विजय माल्या के प्रति जनता की मुख्य धारणा मिश्रित है, लेकिन अधिकांश लोग उन्हें धोखेबाज़, भगोड़ा और प्रतीकात्मक “VIP अपराधी” के रूप में ही देखते हैं।
नकारात्मक धारणा (अधिकांश)
भगोड़ा उद्योगपति – लोगों का मानना है कि माल्या जानबूझकर भारत से भागे ताकि वह बैंकों का कर्ज न चुकाना पड़े।
जनता के पैसे से ऐश – बैंक लोन डिफॉल्ट को लेकर यह धारणा बन गई है कि उन्होंने आम आदमी के पैसे से विलासिता की जिंदगी जी।
कानून से ऊपर समझने वाला – लंबे समय तक UK में रहकर भारत के कानूनों से बचना, उन्हें “VIP कानून तोड़ने वाला” साबित करता है।
सत्ता की मिलीभगत का उदाहरण – माल्या का ‘मैंने जेटली को बताया था’ वाला बयान, लोगों को राजनीति और पूंजीपतियों की मिलीभगत का प्रतीक लगता है।
प्रचारप्रिय लेकिन जिम्मेदार नहीं – “King of Good Times” की छवि आज “King of Scams” में बदल चुकी है।
विजय माल्या का पॉडकास्ट इंटरव्यू एक बार फिर इस सवाल को खड़ा करता है कि क्या भारत में हाई-प्रोफाइल भगोड़ों के लिए न्याय समान है? कांग्रेस के आरोप और माल्या के बयान आने वाले दिनों में इस राजनीतिक बहस को और तेज कर सकते हैं।