Vivek Agnihotri के अनुसार, सभी बॉलीवुड फिल्म निर्माता गुप्त रूप से मशहूर हस्तियों का अपमान करते हैं, लेकिन उनमें से किसी में भी सार्वजनिक रूप से ऐसा करने का साहस नहीं है।
Vivek Agnihotri जो की अपनी फिल्म द कश्मीर फाइल और ताशकंद समझौता के लिए प्रसिद्ध हैं आज बड़े अभिनेताओं और उनकी असाधारण मांगों के प्रति अपना असंतोष व्यक्त किया।
उन्होंने इस बारे में एक सवाल का भी जवाब दिया कि कैसे स्टार रणबीर कपूर को बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया गया जबकि एनिमल के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा को फिल्म के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा।
Vivek Agnihotri ने कहा कि रणबीर बहुत शक्तिशाली हैं और इंडस्ट्री में किसी में भी उनकी आलोचना करने की हिम्मत कोई नहीं करता है।
मानो उनके पास उनके खिलाफ कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं है, “औकात ही नहीं है इनकी, हिम्मत है करने की, करके दिखाएं।” उन्हें रणबीर की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है।

बॉलीवुड फ्लॉप फिल्मों के बाद भी सितारों को क्यों देता है 100 करोड़ से अधिक का भुगतान?
बॉलीवुड का स्टार जुनून: क्या यह अभी भी कायम है?
बॉलीवुड में बड़े अभिनेता लगातार फ्लॉप फ़िल्में देकर भी खूब पैसा कमा रहे हैं। यह एक अजीबोगरीब चलन है।
सलमान खान, अक्षय कुमार, रणबीर कपूर और अन्य को अक्सर हर फ़िल्म के लिए ₹100 से ₹150 करोड़ मिलते हैं। हालाँकि, उनकी फ़िल्में हमेशा बॉक्स ऑफ़िस पर सफल नहीं हो रहीं हैं।
तो फिर फिल्म निर्माता इन सितारों को इतनी बड़ी रकम क्यों दे रहे हैं?
स्टार सिस्टम: पुरानी आदतें छोड़ना मुश्किल
बॉलीवुड इंडस्ट्री में हमेशा से ही सितारों का बोलबाला रहा है। 1990 के दशक से ही सितारों ने लोगों का ध्यान खींचा है, लोगों की उम्मीदों को जगाया है और लोगों की भीड़ उमड़ी है। स्टूडियो और निर्माताओं का मानना है कि किसी मशहूर हस्ती के साथ फिल्म बनाने से कम से कम उसके खर्च की भरपाई हो जाती है।
यह अवधारणा पहले भी सफल रही है। हालांकि, अब दर्शक बदल गए हैं। दर्शक सिर्फ़ जाने-माने चेहरे ही नहीं चाहते, बल्कि उन्हें दिलचस्प कहानियां भी चाहिए।

बड़े सितारों का वेतन बनाम फिल्म प्रदर्शन
🎬 फिल्म | ⭐ मुख्य अभिनेता | 💰 रिपोर्ट किया गया वेतन | 📉 बॉक्स ऑफिस परिणाम | 📅 वर्ष |
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शमशेरा | रणबीर कपूर | ₹60–70 करोड़ | फ्लॉप | 2022 |
लाल सिंह चड्ढा | आमिर खान | ₹100+ करोड़ | मेजर फ्लॉप | 2022 |
रक्षाबंधन | अक्षय कुमार | ₹90–100 करोड़ | फ्लॉप | 2022 |
सम्राट पृथ्वीराज | अक्षय कुमार | ₹90 करोड़ (अनुमानित) | कमज़ोर प्रदर्शन | 2022 |
आदिपुरुष | प्रभास | ₹150 करोड़ (कथित तौर पर) | भारी बजट घाटा | 2023 |
बच्चन पांडे | अक्षय कुमार | ₹100 करोड़ (अनुमानित) | फ्लॉप | 2022 |
सेल्फी | अक्षय कुमार | ₹80–90 करोड़ (रिपोर्टेड) | आपदा | 2023 |
छोटे बजट की फ़िल्में जो हिट रहीं
🎬 फ़िल्म | 👥 स्टार कास्ट | 💰 बजट | 💸 बॉक्स ऑफ़िस/OTT प्रभाव | 📅 वर्ष |
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द कश्मीर फाइल्स | अनुपम खेर, दर्शन कुमार | ₹15–20 करोड़ | ₹340+ करोड़ (दुनिया भर में) | 2022 |
12वीं फ़ेल | विक्रांत मैसी | ₹20 करोड़ | समीक्षकों द्वारा प्रशंसित + लाभदायक | 2023 |
मिमी | कृति सनोन | ₹25 करोड़ | OTT हिट | 2021 |
सीता रामम (डब) | दुलकर सलमान, मृणाल ठाकुर | ₹30 करोड़ | ₹90+ करोड़ (दुनिया भर में) | 2022 |
तुम्बाड | सोहम शाह | ₹20 करोड़ | कल्ट क्लासिक, लंबे समय तक मुनाफ़ा | 2018 |

💡 निर्माता बड़े सितारों को ज़्यादा भुगतान क्यों करते हैं?
📌 कारण | 📖 विवरण |
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1. प्री-सेल डील्स | फिल्म रिलीज़ से पहले ही टीवी और ओटीटी अधिकार अच्छे दामों में बिक जाते हैं, अगर कोई बड़ा सितारा फिल्म में हो। इससे निर्माता को पहले ही कमाई हो जाती है और जोखिम कम हो जाता है। |
2. ब्रांड वैल्यू | बड़े सितारे विज्ञापनदाताओं और ब्रांड साझेदारों को आकर्षित करते हैं। भले ही फिल्म फ्लॉप हो, लेकिन अभिनेता की प्रसिद्धि ब्रांड को एक्सपोज़र दिलाती है। |
3. जोखिम लेने का डर | निर्माता नए चेहरों या कम-ज्ञात एक्टर्स के साथ जोखिम नहीं लेना चाहते। वे सोचते हैं कि बड़े सितारे सुरक्षित दांव हैं, चाहे स्क्रिप्ट कितनी भी अच्छी क्यों न हो। |
4. बॉलीवुड का इनर सर्कल | इंडस्ट्री के टॉप सितारे, पीआर एजेंसियां, मैनेजर्स और प्रोडक्शन हाउस एक “इकोसिस्टम” बनाते हैं, जो एक-दूसरे का समर्थन करता है। इससे बाहर वालों के लिए जगह बनाना मुश्किल हो जाता है। |
🎯 असली पीड़ित: छोटे फिल्म निर्माता
जब इतना सारा पैसा अभिनेताओं के पास चला जाता है, तो स्क्रिप्ट, संगीत या मार्केटिंग के लिए कम पैसे बचते हैं। स्वतंत्र या छोटे बजट की फिल्मों को निर्माता या थिएटर पाने में संघर्ष करना पड़ता है।
फिल्म निर्माता Vivek Agnihotri ने हाल ही में इस बयान के साथ सुर्खियाँ बटोरीं:
“उनके पास रणबीर कपूर का बहिष्कार करने की औकात नहीं है। हर निर्देशक निजी तौर पर इन सितारों के बारे में शिकायत करता है, लेकिन फिर भी उनकी सादी एक्टिंग के लिए ₹100 करोड़ से ज्यादा का भुगतान करता है।”
उनके शब्द उद्योग में कई लोगों की निराशा को दर्शाते हैं – वे समस्या जानते हैं, लेकिन कोई भी इसे बदलना नहीं चाहता है।