“Manoj Bajpayee  ने किया खुलासा: Anurag Kashyap ने गुस्से में तोड़ लिया अपना हाथ, कई दुश्मन भी बना लिए”

विषय सूची

  1. चौंकाने वाला खुलासा

  2. Anurag Kashyap और Manoj Bajpayee का लंबा सफर

  3. गुस्से और संघर्ष की कहानियाँ

  4. टाइमलाइन और करियर हाइलाइट्स

  5. लोगों की राय

  6. एक्सपर्ट की बातें

  7. मज़ेदार गॉसिप

  8. तालिका: Anurag Kashyap के गुस्से की बड़ी घटनाएँ

  9. निष्कर्ष और आपका रोल

चौंकाने वाला खुलासा

बॉलीवुड के फैंस के लिए ये जानना चौंकाने वाला हो सकता है कि Anurag Kashyap, जो अपनी फिल्मों और गुस्से के लिए जाने जाते हैं, इतना गुस्से में थे कि उन्होंने खुद अपना हाथ तोड़ लिया। यह बात उनके पुराने साथी और अभिनेता Manoj Bajpayee ने हाल ही में बताई।

Manoj Bajpayee ने कहा, “Anurag Kashyap अपनी सोच और convictions के लिए खड़े हैं। इस रास्ते में उन्होंने बहुत दुश्मन बनाए हैं, गिलास तोड़े, अपना हाथ तोड़ा, बीमार भी हुए, लेकिन अपने काम और विश्वास पर अड़े रहे।”

Anurag Kashyap और Manoj Bajpayee का लंबा सफर

Manoj Bajpayee और Anurag Kashyap का साथ बॉलीवुड में काफी लंबा और खास रहा है।

  • 1998: फिल्म सत्या – अनुराग स्क्रिप्ट राइटर, मनोज मुख्य भूमिका।

  • 1999: शूल और कौन – दोनों साथ काम किए।

  • 2012: Gangs of Wasseypur: Part 1 – अनुराग डायरेक्टर, मनोज ने मुख्य किरदार निभाया।

मनोज ने बताया कि उनका और अनुराग का साझा गुण है गुस्सा, लेकिन वह खुद उतने सीधे या तीखे नहीं हैं।

manoj bajpayee

गुस्से और संघर्ष की कहानियाँ

Manoj Bajpayee ने बताया कि Anurag Kashyap ने अपने करियर में कई कठिनाइयाँ झेली हैं:

  • इंडस्ट्री में कई दुश्मन बनाए।

  • सेट पर गुस्से में गिलास तोड़ा।

  • गुस्से में खुद का हाथ तोड़ लिया।

  • तनाव और मेहनत के कारण बीमार भी हुए।

मनोज ने कहा कि लोग सिर्फ उनकी फिल्में देखते हैं, लेकिन उनकी पूरी जर्नी से फिल्ममेकर सीख सकते हैं।

टाइमलाइन और करियर हाइलाइट्स

सालफिल्म / घटनाविवरण
1998सत्याअनुराग स्क्रिप्ट राइटर, मनोज मुख्य भूमिका
1999शूल, कौनअनुराग डायरेक्टर, मनोज एक्टिंग
2012Gangs of Wasseypur: Part 1अनुराग डायरेक्टर, मनोज प्रमुख किरदार
2010sव्यक्तिगत संघर्षगुस्सा, हाथ टूटना, बीमारियाँ, दुश्मन बनाना

लोगों की राय

सोशल मीडिया पर लोग इस खुलासे को लेकर दो तरह के हैं:

  • कुछ फैंस ने अनुराग की दृढ़ता और गुस्से को उनकी ताकत माना।

  • कुछ ने कहा कि इतना गुस्सा और खुद को नुकसान पहुँचाना ठीक नहीं।

एक यूज़र ने लिखा: “मनोज सही कहते हैं, अनुराग का गुस्सा और जिद ही उन्हें खास बनाती है।”

 

एक्सपर्ट की बातें

फिल्म इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का कहना है कि Anurag Kashyap सिर्फ डायरेक्टर नहीं, बल्कि क्रिएटिव और जुझारू हैं।
एक मनोवैज्ञानिक ने कहा कि क्रिएटिव लोग अपने जुनून और काम में इतना डूब जाते हैं कि तनाव और गुस्सा बढ़ जाता है।

मज़ेदार गॉसिप

Manoj Bajpayee ने हल्के अंदाज में कहा कि वह खुद अनुराग जितने सीधे नहीं हैं, इसलिए अक्सर दोनों के बीच मज़ेदार बहस होती रहती है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि अनुराग का गुस्सा सेट पर कभी-कभी टकराव भी पैदा करता था।

manoj bajpayee

तालिका: Anurag Kashyap के गुस्से की बड़ी घटनाएँ

घटनाविवरणपरिणाम
गिलास तोड़नागुस्से में सेट परटीम में डर और हंगामा
हाथ तोड़नागुस्से में खुद को चोटअस्पताल और इलाज
दुश्मन बनानाइंडस्ट्री मेंविवाद और मीडिया चर्चा
बीमार पड़नातनाव और मेहनतस्वास्थ्य पर असर

निष्कर्ष और CTA

Manoj Bajpayee के अनुसार, Anurag Kashyap की जर्नी सिर्फ फिल्मों से नहीं, बल्कि उनके जुनून और संघर्ष से प्रेरित है। उनका गुस्सा और मेहनत उन्हें अलग बनाती है।

निष्कर्ष:
“क्रिएटिव लोग अपने काम में इतना डूब जाते हैं कि कभी-कभी खुद को चोट पहुँचा बैठते हैं। लेकिन उनकी जर्नी से हम सीख सकते हैं कि किस तरह अपने convictions और मेहनत के साथ काम करना चाहिए।”

 
 

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