“साइंस से अनजान हैं Samantha Ruth Prabhu ? ‘फ्रॉड सप्लीमेंट’ बेचने पर Liver Doc का हमला – ‘Snakeoil Snakeswoman’ कहा!”

विषय सूची (Table of Content):

  1. विवाद की शुरुआत कैसे हुई?

  2. Samantha Ruth Prabhu का दावा: “एनएमएन से NAD+ बढ़ता है”

  3. Liver Doc का करारा जवाब

  4. सोशल मीडिया पर नाराज़गी

  5. सामंथा की सफाई और भूमिका

  6. गटक (Gataca) कंपनी का क्या है दावा?

  7. विशेषज्ञों की राय: विज्ञान बनाम भ्रम

  8. क्या यह महज़ मार्केटिंग है?

  9. सेलेब्रिटीज और स्वास्थ्य का बाजार

  10. निष्कर्ष: उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की जरूरत

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?

दक्षिण भारतीय फिल्म अभिनेत्री Samantha Ruth Prabhu एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार मामला उनके द्वारा प्रमोट किए गए एक हेल्थ सप्लीमेंट को लेकर है, जो कथित तौर पर “एनएमएन” (Nicotinamide Mononucleotide) नामक तत्व से भरपूर है। सामंथा ने दावा किया कि यह उत्पाद उम्र के साथ घटते NAD+ स्तर को बढ़ाता है जिससे ऊर्जा, रिकवरी और फोकस में सुधार होता है।

सामंथा का दावा: “एनएमएन से NAD+ बढ़ता है”

सामंथा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा:

“जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, NAD+ का स्तर गिरता है, जिससे थकान, धीमी रिकवरी और कम फोकस जैसी समस्याएं होती हैं। हमारा प्रोडक्ट 99% से अधिक शुद्ध NMN प्रदान करता है, जिससे इन समस्याओं को रोका जा सकता है।”

samantha ruth prabhu

Liver Doc का करारा जवाब

Dr. Cyriac Abby Philips, जिन्हें लोग सोशल मीडिया पर “The Liver Doc” के नाम से जानते हैं, ने सामंथा की पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए तीखी आलोचना की। उन्होंने लिखा:

“कैसे साइंस से अनजान फिल्मी हस्तियां अपने करोड़ों फॉलोअर्स को ऐसे सप्लीमेंट्स बेचकर धोखा देती हैं जो बिल्कुल भी काम नहीं करते।”

उन्होंने आगे कहा,

“Snake oil salesmen या saleswomen से सावधान रहें। वे हर रूप और आकार में आते हैं। विज्ञान और साक्ष्यों के साथ आगे बढ़ें।”

सोशल मीडिया पर नाराज़गी

इंटरनेट पर लोगों ने सामंथा को जमकर ट्रोल किया। एक यूज़र ने लिखा:

“Victim पोस्ट लोड हो रही है 3…2…”
दूसरे ने कहा:
“NMN सबसे ज़्यादा हाइप किया गया सप्लीमेंट है, पूरा बकवास।”

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Samantha Ruth Prabhu की सफाई और भूमिका

दिलचस्प बात यह है कि सामंथा केवल इस सप्लीमेंट की ब्रांड एंबेसडर नहीं हैं, बल्कि गटक (Gataca) नामक इस ब्रांड की को-फाउंडर भी हैं। उन्होंने कहा:

“मैंने खुद इसका इस्तेमाल किया, रिज़ल्ट्स बेहतरीन थे। इसलिए मैंने सिर्फ़ इसे लेना नहीं चुना, बल्कि इसका हिस्सा भी बनी।”

गटक कंपनी का क्या है दावा?

Gataca ब्रांड का दावा है कि उनके सप्लीमेंट्स:

  • ✅ थर्ड पार्टी टेस्टेड हैं

  • ✅ हेवी मेटल टेस्टेड हैं

  • ✅ माइक्रोबियल टेस्टेड हैं

सामंथा का कहना है कि यह ब्रांड “परफॉर्मेंस और लॉन्गिविटी” के भविष्य के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है।

विशेषज्ञों की राय: विज्ञान बनाम भ्रम

दूसरी ओर, Liver Doc जैसे विशेषज्ञ NMN सप्लीमेंट्स को वैज्ञानिक रूप से आधारहीन मानते हैं। उन्होंने कहा कि इनका कोई पुख्ता मेडिकल प्रमाण नहीं है कि ये शरीर में NAD+ बढ़ाकर लाभ पहुंचाते हैं। यह एक “स्नेक ऑइल” यानी नकली दवा की तरह प्रचारित किया जा रहा है।

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क्या यह महज़ मार्केटिंग है?

कई लोगों का मानना है कि सामंथा जैसे सेलेब्रिटीज़ अक्सर पैसे और ब्रांड इमेज के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स प्रमोट करते हैं, जिनका वैज्ञानिक आधार बेहद कमजोर होता है। इससे न केवल उपभोक्ता भ्रमित होते हैं बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है।

सेलेब्रिटीज और स्वास्थ्य का बाजार

पिछले कुछ वर्षों में बॉलीवुड और टॉलीवुड सेलेब्रिटीज का झुकाव हेल्थ, फिटनेस और वेलनेस ब्रांड्स की ओर बढ़ा है। लेकिन इसके पीछे की मार्केटिंग रणनीति और विज्ञान में फर्क समझना आम जनता के लिए चुनौतीपूर्ण है।

उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की जरूरत

यह घटना एक बार फिर बताती है कि उपभोक्ताओं को किसी भी स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह, विज्ञान पर आधारित जानकारी, और ब्रांड की पारदर्शिता का मूल्यांकन करना चाहिए। सिर्फ सेलेब्रिटी के प्रचार पर विश्वास करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

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